मंगलवार, 22 जुलाई 2025
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Written By WD

और सुबह है

वेणुगोपाल

सुबह
WDWD
हम सूरज के भरोसे मारे ग

सूर
घड़ी के
जो बंइसलिए पड़ी ह
कि हम चाबी लगाना भूल गए थ

सुबह ह
कि हो ही नहीं परही है।