हिन्दी कविता : रिजल्ट ये कैसा आया?
अबकी बार चुनाव में जमी नहीं भई गोटी,
अब बतलाओ कौन खिलाएगा तुमको मक्खन-रोटी।
तुमको मक्खन-रोटी, सपने धरे रह गए,
भोपाल जाने वाले यहीं पड़े रहे गए।
कह 'नाना' रिजल्ट ये कैसा आया?
कहीं खिल गई बांछें किसी की तो,
कहीं पर मातम हे छाया!
-एमएल मोदी (नाना)