शुक्रवार, 15 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. साहित्य
  3. आलेख
  4. Stand-up Comedy
Written By

स्टैंड-अप कॉमेडी : बॉम्बे का ब्राम्हण ब्रो

स्टैंड-अप कॉमेडी : बॉम्बे का ब्राम्हण ब्रो - Stand-up Comedy
स्टैंड-अप कॉमेडी एक विधा के तौर पर चारों ओर छाई हुई है और लगभग हर रोज कॉमेडियन अपने नए-नए वीडियो यूट्यूब और फेसबुक पर डाल रहे हैं। टेलीविजन पर होने वाली कॉमेडी पर सेंसरशिप हावी है और फैक्ट्री वाली मानसिकता लेकर हर हफ्ते एपिसोड रिलीज करने की डेडलाइन्स के चलते उस में मौलिक कंटेंट का अभाव साफ नजर आता है। लेकिन इसी वक्त ऐसी भी कॉमेडी हो रही है जिसमें मौलिकता भी है, भरपूर हास्य भी और जाति व्यवस्था जैसी भारी भरकम चीजों पर हलके फुल्के अंदाज में चोट भी और वो भी बिना किसी गाली गलौज के।  
 
यूट्यूब पर स्टैंड-अप कॉमेडियन संदीप शर्मा के नए कॉमेडी वीडियो “बॉम्बे का ब्राह्मण ब्रो” ने धूम मचाई हुई है। संदीप शर्मा मुंबई में रहने वाले एक देसी कॉमेडियन हैं, वे मूलतः उत्तर प्रदेश के बरेली शहर से हैं, मुंबई की अंग्रेजी वर्चस्व वाली कॉमेडी दुनिया में बेबाक तरीके से हिंदी बोलते हैं। मंच पर उनकी सहजता देख कर लगता ही नहीं कि वे कभी नर्वस होते भी होंगे। लेकिन वे कहते हैं कि हर बार उतना ही डर लगता है जितना पहली बार लगा था। पिछले हफ्ते उन्होंने अपना नया कॉमेडी वीडियो “बॉम्बे का ब्राह्मण ब्रो” यूट्यूब पर रिलीज किया, जो 4 दिन में ही 7 लाख से ज्यादा व्यूज प्राप्त कर चुका है और यूट्यूब के ट्रेंडिंग वीडियोस में लगातार बना हुआ है।
 
संदीप अपने निजी जीवन से ही कॉमेडी का मसाला निकालते हैं, इसलिए लोग उनके काम से खुद को जोड़ कर देख पाते हैं। उनके दादा अलीगढ़ के पास हरदुआगंज नाम के गांव में एक मंदिर में पुजारी थे, चाचा दुर्गेश शर्मा आज भी गांव के उसी मंदिर में सेवा पूजा करते हैं। उनके पिता जी भी बहुत धार्मिक प्रवृत्ति के थे इसलिए जब उन्होंने ब्राह्मणों और उनकी प्रथाओं पर तंज कसने की सोची तो उनको बाहर से ज्यादा डर यह था कि कहीं परिवार के लोग ही बुरा न मान जाएं। परंतु उन्हें अपने परिवार से पूरा समर्थन प्राप्त हुआ। उनके चाचा का कहना है कि अगर हम बाम्हण खुद पर न हंसेंगे तो और कौन हंसेगा ? 
 
संदीप पिछले 7 वर्षों से कॉमेडी कर रहे हैं, बकौल उनके वे अपनी कॉमेडी के द्वारा हमेशा कुछ सार्थक बात कहना चाहते हैं, पर मौजूदा माहौल में जहां आप कुछ भी कहें तो किसी न किसी को बुरा लग जाता है, वे ऐसे संवेदनशील समय में भी अपनी बात रखने में सफल रहे हैं। अच्छा काम करने के लिए संदीप को हमारी ओर से बधाई ...आप अच्छा लिखते रहे और सार्थक मनोरंजन करते रहें।
ये भी पढ़ें
मदर्स डे स्पेशल : सिंगल मदर - एक मिसाल