मालवी चुटकुला : कंवर सा हिम्मत मत हार जो
मालवा का एक पायलट छोरा की बंगलोर एयर फोर्स में पोस्टिंग थी।
वां पे एक बखत एयर शो रख्यो थो
उनी जी टेम उका सासू ससरा उसे मिलने आया था ।
छोरा ने सास ससुर के इम्प्रेस करने के वास्ते आकास में
हवई जहाज से खूब करतब कर्या
कदी जहाज नीचे ऊपर करे
कदी जहाज उल्टो करे
कदी गोल चक्कर में घुमावे।
कदी ऊपर लई जाय ,
कदी नीचे लाय
जद अपनो राउंड पूरा करी के
ऊ अपना सास ससुर से मिलने आयो
तो
उकी सासू बोली...
कंवर सा हिम्मत मत हार जो, मेहनत करता री जो
कदे नी कदे जहाज सीधो भी चलाणो आई ज जायेगा।