चिंटू (पत्नी से)- पता है, तुम्हें देखते ही मैंने तय कर लिया था कि शादी करूँगा तो तुम्हीं से।
पत्नी- अच्छा...! तो मैं तुम्हें पहली ही नजर में इतनी अच्छी लगी थी।
चिंटू- हाँ! क्योंकि रमन भैया... रोज मुझे डाँटता था कि मैं हमेशा घर में ही क्यों रहना चाहता हूँ? ऑफिस में समय क्यों नहीं देता? तुम्हें देखते ही मुझे इसका हल सूझ गया था। मुझे पता था कि तुम घर में रहोगी तो मैं ऑफिस में ही रहना चाहूँगा।