- शहनाज हुसैन
(लेखिका अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ हैं तथा हर्बल क्वीन के नाम से जानी जाती हैं।)
नई दिल्ली। सर्दियों की दस्तक शुरू हो गई है, ऐसे में आज खास तौर पर बात करते हैं फलों और सब्जियों के ज्यूस की यानी सर्दियों में सौन्दर्य की सही देखभाल व स्फूर्ति और तरो-ताजगी या यूं कहे कि चिर यौवन व सेहत के नुस्खे की। आन्तरिक स्वास्थ्य तथा बाहरी सौंदर्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। अच्छे आन्तरिक स्वास्थ्य का प्रभाव शरीर की त्वचा तथा बालों पर साफ तौर पर देखा जा सकता है।
निखरी त्वचा तथा घने चमकीले बाल अच्छे आन्तरिक सौंदर्य का सूचक होते हैं। शरीर को आवश्यक पोषक तत्व पहुंचाने का सरल तरीका ताजे फल तथा सब्जियों का सेवन है। वह विटामिन, मिनरल, एंजाइम का सबसे प्रचुर साधन है जो कि सौंदर्य के लिए अनमोल माने जाते हैं।
ज्यूस शरीर में सबसे ज्यादा आसानी तथा तेजी से घुलमिल जाते हैं क्योंकि यह रक्त धमनियों में सबसे ज्यादा समाहित हो जाते हैं। पोषक तत्वों में सम्पन्न होने की वजह से ज्यूस शरीर के रक्त अंगों तथा ग्रन्थियों में नए प्राण का संचार करते हैं। इनका नसों पर भी शान्तिदायक प्रभाव पड़ता है, जिसका शरीर तथा दिमाग दोनों को लाभ मिलता है। यह कोशिकाओं के पुनर्जीवन में भी सहायक सिद्ध होते हैं। त्वचा का सौंदर्य तथा यौवन स्वास्थ्य कोशिकाओं के दक्ष पुनः स्थापना पर सर्वाधिक रूप से निर्भर करता है।
ताजा फलों के ज्यूस के सेवन से शरीर की प्रतिरोधात्मक प्रणाली को सुदृढ़ करने में मदद मिलती है, जिससे स्फूर्ति और ताजगी को लम्बे समय तक बनाया रखा जा सकता हैतथा बुढ़ापे के प्रभाव को भी रोका जा सकता है। ज्यूस शक्तिशाली क्लीजिंग तथा औषधीय शक्ति की वजह से प्राचीन समय से प्राकृतिक उपचार का अभिन्न अंग रहे हैं।
ज्यूस शरीर के विषैले तथा गंदे पदार्थों को साफ करने में मदद करते हैं तथा खून को साफ रखते हैं। इससे शरीर के आन्तरिक अंगों तथा ग्रन्थियों को सुदृढ़ करने में मदद मिलती है जिससे त्वचा, बाल, आंखें तथा नाखूनों के सौंदर्य में जबरदस्त निखार आता है। शरीर की त्वचा तथा बालों के सौंदर्य का सीधा प्रभाव शरीर द्वारा ग्रहण करने वाले पोषक तत्वों से सीधे तौर पर जुड़ा है। प्राकृतिक भोजन से परिपूर्ण संतुलित आहार आवश्यक पोषाहार का सबसे उत्तम स्त्रोत है।
शरीर में प्राकृतिक सौंदर्य को बनाए रखने के लिए ताजे फलों एवं सब्जियों के ज्यूस के साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी भी ग्रहण करना चाहिए। वास्तव में यह शरीर को पर्याप्त पोषाहार प्रदान करने का सर्वाधिक बेहतर तरीका है। इससे शरीर को रासायनिक तत्वों से मुक्त करने तथा साफ रखने में मदद मिलती है।
यदि शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल तथा एंजाइम प्राप्त होते हैं तो यह सर्वाधिक महंगे सौंदर्य प्रसाधनों से भी ज्यादा आकर्षक दिखने में मदद कर सकते हैं। विटामिन ‘सी’ कोलाजेन टिशू के स्वास्थ्य में अहम भूमिका अदा करते हैं जो कि त्वचा की मजबूती तथा लचक के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं।
त्वचा के सर्वाधिक रोग तथा बालों के झड़ने की समस्या शरीर में पोषक तत्वों की कमी तथा शरीर में चर्बी बढ़ने की वजह से होते हैं तथा यह दोनों गलत खानपान एवं कुपोषण का परिणाम है। ज्यूस सभी फलों तथा सब्जियों से निकाले जा सकते हैं। आपको सेब, अंगूर, संतरा, गाजर, खीरा, टमाटर, बंदगोभी तथा पालक के ताजे ज्यूस का उपयोग करना चाहिए।
प्रारम्भ में हल्की मात्रा में ज्यूस का उपयोग करना शुरू कीजिए तथा इसकी मात्रा को धीरे से बढ़ाते जाइए। जब आपके शरीर को आदत पड़ जाए तो प्रतिदिन ज्यूस का उपयोग करना शुरू कर दीजिए। यह जरूर याद रखिए की ज्यूस को पानी में मिलाकर पतला कर लेना चाहिए तथा उन्हें हमेशा निकालने के बाद ताजा ही लेना चाहिए, ताकि उनमें पोषक तत्वों का उपयोग किया जा सके। फल तथा सब्जियां बिल्कुल ताजी होनी चाहिए तथा इनमें नींबू तथा संतरे का ज्यूस महक के लिए मिलाया जा सकता है लेकिन ज्यूस में नमक तथा चीनी के उपयोग तथा इसकी आदत कतई नहीं डालनी चाहिए।
वास्तव में वजन घटाने के लिए चीनी के बगैर ज्यूस को कम कैलोरी पेय बनाकर अच्छी तरह उपयोग किया जा सकता है। ज्यूस को एल्यूमीनियम के बर्तनों में न तो बनाया जाना चाहिए और न ही क्षयकारी बर्तन में रखा जाना चाहिए। यदि आप बीमार हों,आपको भोजन सम्बन्धी रोक लगाई गई है तो आप फल तथा सब्जियों के ज्यूस के उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लें।
हाल ही में ठंडे दबाकर रखे गए ज्यूस के उपयोग का प्रचलन भारत में तेजी से बढ़ रहा है तथा इनमें एलोवेरा, आंवला, वनीला बीन, आदि पदार्थों को पोषण तथा स्वाद बढ़ाने के लिए मिलाया जाता है। इन ज्यूस में गर्मियों में खीरे के ज्यूस को अजवाइन मिलाकर तथा नींबू ज्यूस को भी मिलाया जा सकता है। इनमें मिनरल भी शामिल होते हैं जो कि शरीर को साफ करने में मददगार साबित होते हैं।
गर्मियों में लौकी, तुरई, कद्दू जैसी पर्याप्त पानी वाली सब्जियां उपलब्ध होती हैं। लौकी को टमाटर तथा गाजर के साथ मिश्रित करके स्वादिष्ट स्वास्थ्यवर्धक ज्यूस बनाया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोल्ड प्रोसेस्ड ज्यूस सर्वाधिक पोषक तत्वों से परिपूर्ण होते हैं।
कोल्ड प्रेस्ड तरीके से बनाए गए ग्रीन ज्यूस एंजाइम्स में सम्पन्न होते हैं। यह शरीर को रासायनिक तत्वों से मुक्त करने तथा शारीरिक प्रणाली को क्षार विशिष्ट बनाने में काफी मदद करते हैं। इनमें साग, पोदीना, अजवाइन, अजमोद, खीरा, नींबू, ज्यूस तथा ताजे अदरक आदि की उपस्थिति से शरीर की प्रतिरोधात्मक प्रणाली को खड़ा करने में मदद मिलती है। (संपादन : अनुपमा जैन- वीएनआई)