दिल के मरीजों के लिए जरूरी हैं ठंड में ये 5 काम की बातें
सर्दी का मौसम दमा के मरीजों के लिए तो तकलीफदेह होता ही है, लेकिन हृदय रोगियों को भी इस मौसम में काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। दरअसल सर्दियों में रक्तवाहिनियां सिकुड़ जाती हैं, जिसका असर हृदय को खून पहुंचाने वाली धमनियों पर भी पड़ता है। इसलिए इस मौसम में हृदय रोगियों को हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जानिए 5 जरूरी सावधानियां ...
इससे बचने के लिए ज्यादा ठंडे माहौल में जाने से बचें। यदि ठंड में बाहर निकलें तो अच्छी तरह से ऊनी वस्त्र पहनकर और सिर में भी टोपी आदि लगाकर निकलें, ताकि शरीर में गर्माहट बनी रहें और रक्तवाहिनियों में सिकुड़न न हो।
अधिक वसा युक्त चीजें खाना और सिगरेट, शराब आदि का सेवन बिल्कुल न करें। इससे रक्तवाहिनियां संकरी हो सकती हैं और हृदय तक सही रक्तसंचार में समस्या आ सकती है। इसके अलावा दबाव भी बन सकता है।
सुबह-शाम 3-4 किमी सैर जरूर करें। इसके कई फायदे हैं। न न केवल रक्तसंचार बेहतर होगा, बल्कि शरीर में गर्माहट बनी रहेगी और वसा का जमाव भी नहीं होगा, जो खतरनाक साबित होता है।
नमक का सेवन कम करें। मक्खन व घी का प्रयोग भी सीमित मात्रा में करें। ब्लडप्रेशर को नियंत्रित रखना और वसा के जमाव का रोकना आपके लिए बेहद जरूरी है।
तनाव लेने से बचें। गुनगुनी धूप का आनंद लें लेकिन सिर को अधिक तपने ना दें। अधिक ठंड बढ़ने पर ताप सेंके मगर कुछ दूरी से।