गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 63.14 प्रतिशत मतदान, पिछले चुनाव के मुकाबले 66.75 प्रतिशत से कम
अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में सौराष्ट्र-कच्छ के 19 जिलों और राज्य के दक्षिणी क्षेत्रों की 89 सीटों पर 63.14 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। आंकड़ों के मुताबिक 2017 के विधानसभा चुनाव में पहले चरण में इन्हीं 89 निर्वाचन क्षेत्रों में 66.75 प्रतिशत मतदान हुआ था।
पहले चरण के लिए गुरुवार को मतदान हुआ था। इन चुनावों में 788 उम्मीदवार मैदान में थे। निर्वाचन आयोग के मुताबिक आदिवासी बहुल नर्मदा जिले में सबसे अधिक 78.24 प्रतिशत मतदान हुआ, इसके बाद तापी में 76.91 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। आयोग ने कहा कि नवसारी में 71.06 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
निर्वाचन आयोग ने अपने अंतिम आंकड़ों में बताया कि बोटाड जिले में 57.58 प्रतिशत मतदान हुआ, वहीं अमरेली में 57.59 लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। आंकड़ों के मुताबिक 10 जिलों में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया जबकि 6 अन्य जिलों में 60 प्रतिशत से कम मतदान हुआ। सूरत में 62.27 फीसदी और राजकोट में 60.45 फीसदी मतदान हुआ।
गुरुवार को सुबह 8 से शाम 5 बजे के बीच 19 जिलों में मतदान हुआ और मतदाताओं को बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पी. भारती के कार्यालय द्वारा एक विशेष अभियान चलाया गया।
2017 में चुनाव के दोनों चरणों में कुल मतदान 68.41 प्रतिशत था। दूसरे चरण के लिए 5 दिसंबर को होने वाले चुनाव में कुल 833 उम्मीदवार मैदान में हैं। मतगणना 8 दिसंबर को होगी। 2017 के चुनाव में इन 89 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 48, कांग्रेस ने 40 जबकि 1 सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी।
राज्य में 27 साल तक शासन करने वाली भाजपा लगातार 7वीं बार सत्ता में बने रहने की कोशिश कर रही है। यदि यह सफल होता है तो यह 2011 तक लगातार 7 बार पश्चिम बंगाल चुनाव जीतने वाली वाम मोर्चा सरकार के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी।
भाजपा, कांग्रेस और आप के अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (माकपा) और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) सहित 36 अन्य राजनीतिक दलों ने भी विभिन्न सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta