अहमदाबाद। पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस का हाथ थामकर भाजपा के लिए थोड़ी मुश्किल तो जरूर खड़ी कर दी है। जिस तरह से उन्होंने ट्वीट किया है उसे देखकर लगता है कि वे अपनी जीत और राजनीतिक भविष्य को लेकर आशंकित जरूर हैं।
हार्दिक ने एक ट्वीट कर कहा कि मैं आज की इस क्रांति का अभिमन्यु हूं, घिरकर मर भी जाऊंगा तो भी मेरी जीत होगी। मैं कभी आंदोलन से अलग नही हो सकता।
पटेल के इस ट्वीट के जवाब में सतेन्द्र शर्मा नामक व्यक्ति ने लिखा कि 'चाय बेच लूंगा, देश नहीं'। मोदीजी के भाषण की एक सिंगल लाइन गुजरात में कांग्रेस के ताबूत में कील ठोंकने के लिए काफी है। स्वाति नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि सुधार करें, आप अभिमन्यु नहीं राखी सावंत हैं। बदनाम होंगे तो क्या, नाम तो होगा।
एक अन्य ट्वीट में हार्दिक ने लिखा कि गाय की हत्या का किसी को अधिकार नहीं है। गाय की हत्या के नाम पर किसी की जान लेना भी गुनाह है। जिसने गाय की हत्या की है उसे जेल में डालो और जिसने गाय के नाम पर किसी और की हत्या की है उसे भी।
भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए हार्दिक ने कहा कि नागपुर और सत्ता में बैठे लोग कह रहे हैं कि 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण नहीं दिया जा सकता, जबकि संविधान में ऐसा कहीं नही लिखा।