बैरिकेटिंग तोड़ किसानों की दिल्ली की तरफ कूच, बोले- ऐतिहासिक होगी 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड
गणतंत्र की परेड में शामिल होने किसानों के संगठनों ने कमर कस ली है। इसकी एक बानगी NH 91 दिल्ली-कानपुर हाईवे बुलंदशहर में देखने को मिली है। बड़ी संख्या में यहां से किसान दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर परेड का हिस्सा बनने के बैरिकेटिंग तोड़कर दिल्ली की तरफ कूच कर गए। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के मुताबिक 26 जनवरी की ये ऐतिहासिक परेड होगी।
26 जनवरी को राजपथ पर होने वाली परेड में ट्रैक्टर मार्च का हिस्सा बनने के लिए किसानों के संगठन बड़ी संख्या में बुलंदशहर के थाना सिंकदराबाद क्षेत्र के दिल्ली-कानपुर हाईवे पर पहुंचे। इन किसानों ने अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर पर तिरंगे व भारतीय किसान यूनियन के झंडे लगा रखे थे। 26 जनवरी के मद्देनजर सभी शहरों में सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त है, इसी कड़ी में बुलंदशहर में भी जगह-जगह नाकाबंदी करके चैकिंग की जा रही है।
बुलंदशहर सिकंदराबाद टोल के निकट सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर पहुंचे तो पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन ये किसान बिना रुके बैरेकेटिंग तोड़ते हुए दिल्ली के लिए कूच कर गए। दिल्ली कूच करने से पहले इन किसानों ने कृषि संशोधन कानून का जबरदस्त विरोध किया और फिर बाइक और ट्रैक्टर रैली निकालकर दिल्ली की तरफ बढ़ गए।
किसानों के ट्रैक्टर मार्च को लेकर प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट दिखाई दे रहा है और दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों की निगरानी पुलिसकर्मी द्वारा की जा रही है। इसी दौरान एक ऐसी भी तस्वीर सामने आई जिसमें किसानों ने पुलिस बैरियर को ट्रैक्टर से टक्कर मारकर हटा दिया और अपने गंतव्य की ओर बढ़ते दिखाई दिए। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली को सफल बनाने के लिए वेस्ट यूपी के किसान दिल्ली कूच करने लगे है।
वहीं राकेश टिकैत ने कहा है कि 26 जनवरी को दिल्ली में ऐतिहासिक परेड होने जा रही है, इस परेड में पहला हक देश के जवानों का है जबकि दूसरा किसानों का।
परेड को लेकर दिल्ली सरकार से बातचीत हो गई है, प्रशासन ने रूट तय कर दिया है। यूपी का किसान टीकरी बॉर्डर से अक्षरधाम, अक्षरधाम से यूटर्न लेकर आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर होते हुए यूपी में अपने गतंव्य की तरफ चला जाएगा।
राकेश टिकैत ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोई बाहरी ताकत किसान ट्रैक्टर परेड को बदनाम न कर दें, इसके लिए किसान संगठन और दिल्ली पुलिस दोनों सतर्क हैं।