किसानों का चक्काजाम, दिल्ली में मेट्रो सेेवाओं पर पड़ा असर, 10 स्टेशनों के दोनों गेट बंद
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान यूनियनों द्वारा घोषित 'चक्का जाम' के मद्देनजर शनिवार को दिल्ली के कई प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए।
डीएमआरसी ने कई ट्वीट कर यात्रियों को सूचित किया कि कई स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। इसने ट्वीट किया कि मंडी हाउस, आईटीओ और दिल्ली गेट के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं। बाद में की गई ट्वीट में कहा गया कि विश्वविद्यालय स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार भी बंद कर दिए गए हैं।
डीएमआरसी ने कहा, 'लाल किला, जामा मस्जिद, जनपथ और केंद्रीय सचिवालय के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं। इंटरचेंज सुविधा उपलब्ध है।' खान मार्केट और नेहरू पैलेस के भी दोनों गेट बंद।
दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि 26 जनवरी को हुई हिंसा के मद्दनेजर दिल्ली पुलिस ने सीमाओं पर सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए हैं ताकि उपद्रवी दिल्ली में नहीं घुस पाएं।
किसान यूनियनों ने छह फरवरी को देशव्यापी 'चक्का जाम' की घोषणा की है, जिसके तहत वे दोपहर 12 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को अवरुद्ध करेंगे। प्रदर्शनकारी आंदोलन स्थलों के पास के क्षेत्रों में इंटरनेट प्रतिबंध, अधिकारियों द्वारा कथित रूप से किए जा रहे उत्पीड़न और अन्य मुद्दे को लेकर चक्का जाम कर रहे हैं।
हालांकि, कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान यूनियनों के संयुक्त संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को कहा कि 'चक्का जाम' के दौरान प्रदर्शनकारी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सड़कों को अवरुद्ध नहीं करेंगे।