भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं। हालांकि इस बार वे अनशन करने नहीं जा रहे हैं।