#1yearofDemonetization नोटबंदी पर बवाल, विपक्ष क्यों मना रहा है काला दिवस और धोखा दिवस...
एक वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल ठीक रात 8 बजे 500 और 1000 के नोट बंद करने के फैसले का ऐलान किया था। नोटबंदी के एक साल होने पर पक्ष और विपक्ष में इसे लेकर सियासत चरम पर पहुंच गई। सत्ता पक्ष ने जहां नोटबंदी के फायदे गिना रहा है, वहीं विपक्षी पार्टियां इसे काला दिवस के रूप में मना रही हैं।
नोटबंदी का एक साल पूरा होने के मौके पर भाजपा कालाधन विरोधी दिवस मना रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह एक वीडियो के जरिए एक बार फिर नोटबंदी के फायदे गिनाए और देशवासियों को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। विडियो में आंकड़ों के जरिए बताने की कोशिश की गई है कि नोटबंदी अर्थव्यवस्था के लिए किस तरह फायदेमंद साबित हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से एक सर्वे के जरिए उनकी राय भी जाननी चाही है। उधर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी को त्रासदी बताते हुए कहा है कि कांग्रेस नोटबंदी से बर्बाद हुए ईमानदार लोगों के साथ खड़ी है।
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने ट्वीट करते हुए कहा कि यदि नोटबंदी और जीएसटी भाजपा के लिए जश्न का कारण है तो गुजरात में 'नोटबंदी और जीएसटी' के नाम पर वोट क्यों नहीं मांगते?
नोटबंदी और जीएसटी को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। वैसे कोई भी नहीं कह सकता की इन दोनों के फैसले के कारण जनता खुश हुई हो बल्कि हमेशा अगर मगर स्थिति बनी रही, ऐसे में भाजपा का जश्न मानना विपक्षी दलों को रास नहीं आ रहा है।
राहुल गांधी ने एक फोटो भी ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने शायराना अंदाज में सरकार पर निशाना साधा है। नोटबंदी के दौरान लाइन में खड़े एक रोते हुए बुजुर्ग की तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, 'एक आंसू भी हुकूमत के लिए खतरा है, तुमने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना।'