भोपाल। कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बीच आज से देश भर में हेल्थ केयर, फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गो को प्रिकॉशन डोज लगाए जाने की शुरुआत हो गई है। आज पहले दिन हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु के कोमॉर्बिड नागरिकों को वैक्सीन का प्रिकॉशन डोज़ लगाया जा रहा है।
मध्यप्रदेश के राज्य टीकाकरण डायरेक्टर डॉ. संतोष शुक्ला के मुताबिक ऐसे हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु के कोमॉर्बिड नागरिक जिन्हें 12 अप्रैल 2021 के पहले कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज़ लगाया गया था, उन्हें आज (सोमवार) यानि 10 जनवरी से प्रि-कॉशन डोज लगाया जाएगा।
प्रि-कॉशन डोज़ कोविड-19 वैक्सीन के दूसरे डोज़ लगने के 9 महीने पूर्ण होने पर लगाये जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि जो नागरिक कोविन पोर्टल पर हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में पंजीकृत हैं, उन्हें कोविन पोर्टल पर एंट्री करने के बाद ही टीकाकृत किया जाएगा।
लोगों को प्रिकॉशन डोज़ के पहले दूसरा डोज़ जिस वैक्सीन का कोविशील्ड/को-वैक्सीन/स्पूतनिक का लगा था, उसी वैक्सीन का प्रिकॉशन डोज़ लगाया जाएगा। देश में प्रिकॉशनरी डोज के दायरे में आने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या करीब 3 करोड़ और 60 साल की उम्र से बुजुर्गों की संख्या 11 करोड़ से अधिक है।
प्रिकॉशन डोज के लिए कैसे करें रजिस्ट्रेशन?- प्रिकॉशन डोज के लिए कोविन एप/कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। वैक्सीनेशन के लिए पात्र लोगों को कोविन पोर्टल के माध्यम से SMS भेजकर सूचना भेजी जाएगी। कोरोना वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज के लिए वहीं लोग अप्लाई कर सकेंगे, जिन्हें कोरोना की दूसरी डोज लगे हुए 9 महीने का समय हो चुका है। प्रिकॉशन डोज के लिए पात्र सभी लोग ऑनलाइन के साथ-साथ वैक्सीनेशन सेंटर पर करवा सकते हैं पंजीयन।
अपॉइंटमेंट की जानकारी SMS से-प्रिकॉशन डोज के लिए पात्र लोगों को को-विन सिस्टम एसएमएस के जरिए सूचित करेगा। स्वास्थ्य विभाग के पास कोविन एप पर दोनों डोज की पूरी सूची है। प्रिकॉशन डोज के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद डेटा के मुताबिक मैसेज भेजा जाएगा। ऐसे लोग जिनको दोनों डोज लग सके है उनको ही प्रिकॉशनरी डोज लगाया जाएगा। तीसरी डोज लगाए जाने के बाद प्रिकॉशन डोज का सर्टिफिकेट जारी होगा।
डॉक्टर के किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं– आज से 60 वर्ष से अधिक आयु के कोमॉर्बिड नागरिक जिन्हें 12 अप्रैल 2021 के पहले कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज़ लगाया गया था उनका वैक्सीनेशन होगा। ऐसे बुजुर्ग जो डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कैंसर के साथ किडनी और लीवर जैसे गंभीर रोगों से पीड़ित है उनको प्रिकॉशनरी डोज लगाई जा सकेगी।
मध्यप्रदेश के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला साफ कहते हैं कि बुजुर्गों को को वैक्सीनेशन सेंटर पर डॉक्टर के किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। बुजुर्गों को बस यह सलाह दी जा रही है कि वह वैक्सीनेशन से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें ले।
आपको प्रिकॉशन डोज में कौन से वैक्सीन लगेगी?-आपको प्रिकॉशन डोज में वहीं वैक्सीन लगाई जाएगी जो वैक्सीन आपको पहली और दूसरी डोज में लगी है। प्रिकॉशन डोज़ के पहले दूसरा डोज़ जिस वैक्सीन का कोविशील्ड/को-वैक्सीन/स्पूतनिक का लगा था, उसी वैक्सीन का प्रिकॉशन डोज़ लगाया जाएगा। उदाहण के तौर पर अगर आपको कोवैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगी है तो प्रिकॉशन डोज भी कोवैक्सीन की लगेगी।
कहां लगेगी प्रिकॉशन डोज?- हेल्थ वर्कर्स को उनके ही संस्था में टीकाकऱण होगा। वहीं अन्य पुलिस, रेवन्यू, नगर निगम और पंचायत से जुड़े फ्रंटलाइन वर्कर्स का उनके ऑफिस में भी जाकर टीकाकरण किया जाएगा।