बड़नगर से Ground Report : लोगों की लापरवाही ने स्थिति को बनाया और भयावह
बड़नगर। उज्जैन जिले के अंतर्गत आने वाली तहसील बड़नगर में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से फैला। यह तहसील संक्रमण की बढ़ती संख्या से भारत में तीसरे स्थान पर आ गई। 4 लाख के करीब आबादी वाले बड़नगर में संयुक्त परिवार कोरोना वायरस के संक्रमण के शिकार हुए। शुरुआती दिनों में प्रशासन के धीमा रवैया भी संक्रमण के फैलने का कारण बना। शुरुआती दिनों में कोरोना वायरस को लेकर लोगों की लापरवाही से ऐसी भयावह स्थिति बनी।
नगर में कोरोना से अब तक 4 लोगों की मौत हुई है। कोरोना पॉजिटिव की संख्या की बात की जाए कुल संभावित पॉजिटिव संख्या 60 से भी ज्यादा हो चुकी है। हॉस्पिटल में संदिग्ध मरीज आने के बाद भी लापरवाही बरती गई, जिससे यह संक्रमण तेजी से फैला। इलाज करने वाले डॉक्टर और उनके परिवार के संदस्य भी कोरोना संक्रमित हो गए।
संक्रमण की चेन ढूंढने में नाकाम : वेद परिवार से शुरू हुई कोरोना की चेन गुप्ता हॉस्पिटल, मकवाना परिवार, सेन परिवार, राठौड़ परिवार के बाद मेहता परिवार में पहुंची। कोरोना को खत्म करने को लेकर प्रशासनिक प्रयास जारी हैं। बड़नगर के डॉ. राहुल उपाध्याय के मुताबिक प्रशासन शुरुआती दौर में कोरोना की चेन को ढूढंने में नाकाम रहा। 'सुपर स्प्रेडर' के कारण वायरस का संक्रमण तेजी से फैला।
संयुक्त परिवार हुए कोरोना के शिकार : डॉ. राहुल उपाध्याय का कहना है कि संयुक्त परिवार होने से एक व्यक्ति से परिवार के अन्य सदस्यों में संक्रमण तेजी से बढ़ा। इसमें वेद परिवार के 26 सदस्य, राठौड़ परिवार के 17 सदस्य, गुप्ता परिवार (जिनके हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित का इलाज हुआ) 8 सदस्य, मकवाना परिवार के 9 सदस्य संक्रमित हुए। डॉ. राहुल उपाध्याय के मुताबिक अब प्रशासन इन परिवारों के संपर्क में आने वालों का भी पता लगा रहा है।
स्वस्थ होने वालों की संख्या में भी इजाफा : कोरोना की संक्रमण की फैलती चैन के बीच यह राहतभरी खबर रही कि इससे स्वस्थ होने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। 28 लोग कोरोना से स्वस्थ होकर वापस लौट चुके हैं। कोरोना को हराकर स्वस्थ होकर लौटने वालों का मोहल्ले वालों ने ताली और थाली बजाकर स्वागत किया। इसमें कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित वेद परिवार के सदस्य भी थे।