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Last Updated : बुधवार, 13 जनवरी 2021 (01:00 IST)

दिल्ली समेत 13 शहरों में पहुंची कोरोना वैक्सीन की पहली खेप, 16 जनवरी से शुरू होगा टीकाकरण

दिल्ली समेत 13 शहरों में पहुंची कोरोना वैक्सीन की पहली खेप, 16 जनवरी से शुरू होगा टीकाकरण - corona vaccine has started reaching various states vaccine campaign to start on 16 January
नई दिल्ली/पुणे। देश में कोरोनावायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का आरंभ हो चुका है। 16 जनवरी को टीकाकरण मुहिम की शुरुआत से 4 दिन पहले ‘कोविशील्ड’ टीकों की पहली खेप मंगलवार को 13 शहरों को भेजी गई।
 
‘स्पाइसजेट’ का विमान टीकों के साथ मंगलवार सुबह करीब 10 बजे दिल्ली हवाईअड्डे पहुंचा। वह सुबह करीब 8 बजे पुणे हवाईअड्डे से रवाना हुआ था। इससे पहले तीन ट्रकों में इन टीकों को पूजा के बाद तड़के 5 बजे से कुछ समय पहले ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (एसआईआई) से पुणे हवाईअड्डे के लिए रवाना किया गया था।
 
दिल्ली के लिए बनाई गई केंद्रीय भंडारण सुविधा राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (आरजीएसएसएच) में कड़े सुरक्षा प्रबंध के बीच मंगलवार को कोविशील्ड टीके की 2.64 लाख खुराकों की पहली खेप पहुंची।
 
अस्पताल में एक अधिकारी ने बताया कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय कोविड-19 टीके के 22 बक्से मंगलवार दोपहर अस्पताल में पहुंचाए गए। हर बक्से में टीके की 1200 शीशियां हैं। पांच मिलीमीटर की हर शीशी में 10 खुराक हैं। टीके की इस खेप को लेकर सुबह करीब 10  बजे स्पाइसजेट की उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी।
 
ऐतिहासिक पल : सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कोविशील्ड टीके की आपूर्ति को मंगलवार को ‘गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक’ पल करार दिया। इंस्टीट्यूट में पत्रकारों से बातचीत में पूनावाला ने कहा कि असली चुनौती टीके को ‘आम जनता, संवेदनशील समूहों और स्वास्थ्यकर्मियों तक पहुंचाना है।’
 
पूनावाला ने कहा कि हमारे ट्रक तड़के इंस्टीट्यूट से रवाना हुए और अब टीका पूरे देश में भेजा जा रहा है। यह गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक पल है क्योंकि वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों और इससे जुड़े तमाम लोगों ने एक साल से भी कम में टीका विकसित करने में बहुत मेहनत की है।’पूनावाला ने कहा कि इंस्टीट्यूट ने भारत सरकार को 200 रुपए की विशेष कीमत पर टीका दिया है।
 
उन्होंने कहा कि यह दुनिया के सबसे किफायती टीकों में से एक है और हम प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के दृष्टिकोण और देश की जनता का साथ देने के लिए भारत सरकार को विशेष कीमत पर इसे उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंस्टीट्यूट को आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद यह टीका बाजार में 1,000 रुपये की कीमत पर उपलब्ध होगा।
इस बीच नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि चार विमानन कम्पनियां पुणे से देश के 13 शहरों में कोविड-19 टीकों की 56.5 लाख खुराक ले जाने के लिए मंगलवार को नौ उड़ानें संचालित कीं। पुणे से ‘स्पाइसजेट’ के विमान के दिल्ली के लिए और ‘गोएयर’ के विमान के टीके लेकर चेन्नई के लिए सुबह रवाना होने के साथ ही इस अभियान की शुरुआत हुई। टीकों को इंस्टीट्यूट से रवाना करने से पहले एक पूजा भी की गई थी। ‘स्पाइसजेट’ के अलावा ‘गोएयर’, ‘इंडिगो’ और ‘एअर इंडिया’ के विमान भी टीकों को पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
 
 
 
‘एअर इंडिया’ ने कहा कि टीकों की 2,76,000 खुराकों की पहली खेप पुणे से अहमदाबाद ले जाई गई। इसका वजन 700 किलोग्राम था। ‘इंडिगो’ ने बताया कि विमान संख्या 6ई6515 और 6ई882 में क्रमश: 900 किलोग्राम वजनी टीकों की खेप पुणे से चंडीगढ़ और लखनऊ ले जायी गयी।
 
स्पाइसजेट के सीएमडी ने कहा कि हम गुवाहाटी, कोलकाता, हैदराबाद, भुवनेश्वर, बेंगलुरु, पटना और विजयवाड़ा सहित भारत के विभिन्न शहरों में टीकों की खेप पहुंचाएंगे। ‘स्पाइसजेट’ देश के अंदर और बाहर कोविड टीके पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध और तैयार है।
 
स्पाइसजेट ने कहा कि उसके विमान गुवाहाटी के लिए 276,000 खुराकें, कोलकाता के लिए 996,000 खुराकें, हैदराबाद के लिए 372,000 खुराकें, भुवनेश्वर के लिए 480,000 खुराकें, बेंगलुरु के लिए 648,000 खुराकें, पटना के लिए 552,000 खुराकें और विजयवाड़ा के लिए 408,000 खुराकें पहुंचाएंगे।
गो एयर ने भी पुणे से चेन्नई के लिए 70,000 शीशियों की खेप को पहुंचाने की शुरुआत की
 
गोएयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कौशिक खोना ने एक बयान में कहा कि गोएयर को जीवन रक्षक कोविड-19 टीकों के परिवहन की जिम्मेदारी मिलने से हम अभिभूत हैं। हम आभारी हैं कि हमें वैक्सीन अभियान में योगदान करने का अवसर मिला। गोएयर ने कहा कि कंपनी देश के सभी संभावित हिस्सों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।
 
‘ऑक्सफोर्ड‘ विश्वविद्यालय और ब्रिटिश-स्वीडिश कम्पनी ‘एस्ट्राजेनेका’ ने ‘कोविशील्ड’ टीके को विकसित किया है और एसआईआई इसका निर्माण कर रहा है।
 
केन्द्र सरकार ने देश में 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले सोमवार को ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (एसआईआई) और ‘भारत बायोटेक’ को कोविड-19 टीके की 6 करोड़ से अधिक खुराक के लिए ऑर्डर दिया था। इस ऑर्डर की कुल कीमत करीब 1,300 करोड़ रुपए होगी।
 
पुणे हवाईअड्डे की ओर से ट्वीट किया गया कि जाने को तैयार, भारत के साथ खड़े हैं। वायरस को खत्म करने वाले टीकों को देश भर में पहुंचाने के लिए विमान में रखा जा रहा है।’’
 
इस बीच, उत्तर प्रदेश में कोविड-19 टीकाकरण के लिए टीकों की पहली खेप मंगलवार शाम को लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंची। राज्‍य में केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप शनिवार से टीकाकरण शुरू होगा।
 
आधिकारिक जानकारी के अनुसार राज्‍य के चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री जयप्रताप सिंह और विभाग के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने टीके को हवाई अड्डे पर प्राप्त किया और कंटेनर को भेजने से पहले पूजा भी की गई। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने पहली खेप को हरी झंडी दिखाकर राज्‍य की राजधानी लखनऊ में भंडारण के लिए रवाना किया।
 
आधिकारिक जानकारी के अनुसार पर्याप्‍त सुरक्षा के बीच एक लाख 60 हजार टीके हवाई अड्डे से परिवार कल्‍याण भंडार में पहुंचाये गये, जहां बड़ी संख्‍या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
 
मंगलवार को 'कोविडशील्ड' टीकों की खेप गुजरात के अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंच गई। दोपहर के समय राज्य के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा के साथ हवाई अड्डे पर पहुंचे उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने टीकों की आमद को 'बहुप्रतीक्षित क्षण' करार दिया।
पटेल ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा कि हमें कोरोना वायरस टीकों की 2.76 लाख खुराकें मिली हैं। लोग इन टीकों के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और आखिरकार ये यहां पहुंचे गए। उन्होंने कहा कि ये खुराकें अहमदाबाद, गांधीनगर और भावनगर सेक्टरों के लिए हैं।
 
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा टीके की 93,500 खुराकें बुधवार को पुणे से सड़क मार्ग के जरिये सूरत पहुंच जाएंगी जबकि 94,5000 खुराकें वडोदरा और 77,000 खुराकें राजकोट पहुंचेंगी।
 
वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी और कहा था कि कोविड-19 के लिए टीकाकरण पिछले 3-4हफ्तों से लगभग 50 देशों में चल रहा है और अब तक केवल ढाई करोड़ लोगों को टीके लगाए गए हैं जबकि भारत का लक्ष्य अगले कुछ महीनों में 30 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाना है। (भाषा)