Corona को लेकर भाजपा का कांग्रेस पर करारा हमला, कहा- देश में झलक रहा गांधी परिवार का 'शर्मनाक घमंड'...
नई दिल्ली। भाजपा ने कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 महामारी के प्रबंधन को लेकर कांग्रेस की आलोचना के मद्देनजर बुधवार को उस पर करारा हमला बोला और कहा कि जब देश के एकजुट होकर इस वायरस का मुकाबला करने का समय है तो उस वक्त गांधी परिवार का शर्मनाक घमंड देश के समक्ष झलक रहा है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि विपक्षी पार्टी को जब संकट की इस घड़ी में जिम्मेदाराना व्यवहार करना चाहिए था तब वह भ्रामक खबरें प्रसारित करने और भय का वातावरण खड़ा करने का काम कर रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने कहा, यह व्यक्ति अपनी पार्टी के लिए भी बड़ा सरदर्द बन गया है। अब वह बड़े टीका उत्पादक कंपनियों में से एक को निशाना बना रहा है। शर्म आनी चाहिए आपको।
राहुल गांधी ने इससे पहले टीके को लेकर भेदभाव का आरोप लगाया था और कहा था कि देश की आपदा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मित्रों को अवसर मिल गया है। उन्होंने सरकार की टीके की रणनीति की तुलना नोटबंदी से भी की और दावा किया कि इससे उद्योगपतियों को फायदा हुआ और आम आदमी को तकलीफें उठानी पड़ीं।
राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए पात्रा ने पूछा कि गांधी परिवार आखिर क्यों उद्यमशील भारतीयों से घृणा करता है। इसलिए कि वह गांधी परिवार पर निर्भर नहीं हैं। उन्होंने कहा, गांधी परिवार और कांग्रेस चाहते थे कि टीका सभी के लिए उपलब्ध हो। कांग्रेस शासित राज्य भी टीके के मामले में सक्षम होना चाहते थे।
उन्होंने कहा, अब उन्हें अनुमति मिल गई है तो राहुल गांधी कह रहे हैं कि इससे निजी कंपनियों को फायदा होगा।संकट की घड़ी में निजी क्षेत्र की भूमिका की सराहना करते हुए पात्रा ने कहा कि उनकी ही बदौलत आज देश में टीके उपलबध हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में कोविड-19 की जांच हो रही है तो वह निजी क्षेत्र की बदौलत है। इतना ही नहीं लोगों की जान बचाने में निजी क्षेत्र के अस्पताल, चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इससे पहले ऑक्सीजन के निर्यात को लेकर केंद्र पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार अपने ही लोगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं कर पा रही है। संतोष ने वाड्रा पर भ्रामक खबर फैलाने और भय का वातावरण बनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सिर्फ चार मीट्रिक टन चिकित्सीय ऑक्सीजन का निर्यात किया गया और शेष औद्योगिक ऑक्सीजन था। उन्होंने कहा कि अब चिकित्सीय ऑक्सीजन के उत्पादन में देश की क्षमता 7000 मीट्रिक टन पहुंच गई है।
गौरतलब है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 वैक्सीन की कीमत राज्य सरकारों के लिए 400 रुपए प्रति खुराक तथा निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपए प्रति खुराक होगी।एसआईआई ने ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा कि अगले दो महीनों में वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाया जाएगा।
(भाषा)