तेल अवीव। कोरोना वायरस (Corona virus) महामारी ने सेनाओं और मिलिशिया को एक अदृश्य दुश्मन के सामने लाकर खड़ा दिया है, जबकि युद्धग्रस्त क्षेत्रों में परंपरागत लड़ाइयां जारी हैं। वहीं, कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए छावनियों में सैनिकों के बीच दूरी रखने के नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है, जबकि सेना को महामारी रोकने के लिए भी उतारा गया है। साथ ही, युद्धाभ्यास भी टाल दिए गए हैं।
सऊदी अरब ने गुरुवार को यमन में संघर्ष अस्थाई रूप से रोकने की घोषणा की। वहीं, वैश्विक संघर्ष विराम की अपील के बावजूद लीबिया और अफगानिस्तान में संघर्ष तेज हो रहे हैं, जबकि गरीब और युद्धग्रस्त देश में यह महामारी तबाही मचा सकती है।
महामारी के वैश्विक रूप धारण करने से पहले इजराइल ने लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्ला पर हमले रोक दिए। अब सैनिकों को दिशानिर्देशों को लागू कराने, बुजुर्गों की मदद करने या स्वास्थ्य कर्मियों के बच्चों की देखभाल करने में पुलिस की मदद करने के कार्य में लगाया जा रहा है।
संक्रमण से बचने के लिए सेनाओं ने कुछ सप्ताहांत छुट्टियां भी रद्द कर दीं और सैनिकों के कुछ समूहों को पृथक कर दिया गया। ज्यादातर प्रशिक्षण कार्य रद्द कर दिए गए हैं या उन्हें टाल दिया गया है। हालांकि वायुसेना ने अमेरिकी बलों के साथ एक अभ्यास किया। इजराइल के थलसेना प्रमुख की कोविड-19 जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कोनरीकस ने कहा, हमारे दुश्मन अब भी हमारी सीमाओं पर हैं और नागरिक स्नाइपर या एंटी टैंक मिसाइलों की जद में हैं।वायरस इजराइल के कब्जे वाले पश्चिमी तट और गाजा तक फैल चुका है। सैनिकों ने झड़पों में दो फलस्तीनियों को मार गिराया। वहीं, गाजा से भी रॉकेट दागे गए।
हालांकि, वायरस ने सीमित सहयोग के दरवाजे भी खोल दिए हैं। इजराइल ने पश्चिमी तट और गाजा, दोनों को जांच किट और अन्य सामग्री उपलब्ध कराने में मदद की है। सऊदी नीत हूती विद्रोहियों ने यमन में पांच साल बाद अस्थई रूप से संघर्ष विराम की घोषणा की है।
संयुक्त राष्ट्र ने लड़ाई रोकने की अपील की थी ताकि अधिकारी कोरोना वायरस का मुकाबला कर सके। युद्ध से तबाह यमन में यह महामारी भयावह रूप ले सकती है। देश के उत्तरी हिस्से में जमीनी लड़ाई में 10 दिनों में 270 लोग मारे गए हैं।
हूती विद्रोहियों ने सऊदी राजधानी रियाद पर मिसाइलें दागी जिस पर यमन की राजधानी सना में जवाबी हमला किया गया। संक्रमण की दर को कम करने में सफल रहे दक्षिण कोरिया की सेना की इस कार्य में बड़ी भूमिका रही है। अस्पतालों में संक्रमित व्यक्तियों का इलाज करने के लिए 450 से अधिक सैन्य मेडिकल कर्मी और 2700 सैनिकों को तैनात किया गया है।
दक्षिण कोरिया ने अमेरिका के साथ अपने सालाना सैन्य अभ्यास को टाल दिया है। नाटो सैन्य संगठन के 30 सदस्य देशों के नियमित प्रशिक्षण कार्यों में वायरस एक चुनौती पेश कर रहा है। पिछले महीने अमेरिका ने घोषणा की थी कि वह बड़े युद्ध अभयासों में हिस्सा लेने वाले सैनिकों की संख्या में कटौती कर रहा।(भाषा)