इंदौर में 91 नए Corona पॉजिटिव मिले, बाजार से रक्षाबंधन की रौनक गायब
इंदौर। मध्यप्रदेश की औद्योगिक और सांस्कृतिक राजधानी इंदौर में रविवार को 91 नए मामले सामने आए। इससे कुल संक्रमितों की संख्या 7646 पर पहुंच गई। 2 लोगों की मौत के बाद कोरोनावायरस से मरने वालों का आंकड़ा 317 पर पहुंच गया। त्योहारों के मद्देनजर प्रशासन ने पिछले दिनों बाजार खोलने की अनुमति दे दी थी। इससे लोगों की भीड़ नजर आने लगी थी लेकिन रविवार को लॉकडाउन की वजह से रक्षाबंधन की रौनक गायब ही रही।
5235 मरीज स्वस्थ हुए : प्रभारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया द्वारा देर रात जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक रविवार को 88 लोगों को कोरोना से स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई। अब तक 5235 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। रविवार को 1815 टेस्ट में 1697 लोगों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। आज 2029 कोरोना सैंपल लिए गए। 91 नए मरीज मिलने से शहर में उपचाररत मरीजों की संख्या 2094 हो गई है।
जिला प्रशासन की चिंता बढ़ी : शहर में कई ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें मरीजों में सर्दी-खांसी बुखार जैसे कोई लक्षण नहीं है। इसके बावजूद वे कोरोनावायरस से संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे मामलों ने जिला प्रशासन की चिंता को और बढ़ा दिया है। जिला प्रशासन को अंदेशा है कि बाजार की इस भीड़ से संक्रमितों की संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है।
मरीजों में तेजी से इजाफा : शहर में अनलॉक होने के बाद कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करना है। शहर के लोग सड़कों पर ऐसे घूम रहे हैं, मानों यह बीमारी चली गई है। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि कोरोना ने नई कॉलोनियों में अपने पैर पसार लिए हैं।
रविवार को लॉकडाउन से पसरा सन्नाटा : जिला प्रशासन ने हर रविवार को लॉकडाउन कर रखा है, लिहाजा आज भी शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। राखी का पर्व होने के कारण बहनों को राखी खरीदने और पूजा की दुकानों को चालू रखने की राहत मिली थी लेकिन दुकानों पर भीड़ नदारद थी। कोरोना के कारण त्योहार फीके-फीके नजर आ रहे हैं।
भाजपा नेत्री कोरोना संक्रमित : हाल ही में शहर की भाजपा नेत्री कोरोना पॉजिटिव हुई। उन्हें सर्दी-खांसी, बुखार जैसे कोई लक्षण नहीं थे, सिर्फ खाने में स्वाद नहीं आ रहा था। ऐसे मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के लिए भी चुनौती हो गई है।