ड्राइवर ने दिया ‘डी डे’ बनाने का आइडिया
फिल्म के लिए कहानी की जरूरत होती है और कहानी ढूंढने के लिए निर्माता-निर्देशक क्या-क्या नहीं करते। किताबें और अखबार पढ़ते हैं, टीवी देखते हैं। यहां से आइडिया नहीं मिलता तो अंग्रेजी फिल्में ही देख डालते हैं ताकि कुछ आइडिया चुराया जा सके। फिल्म निर्देशक निखिल आडवाणी को ‘डी डे’ बनाने का आइडिया न किताब से मिला और न टीवी से। उन्हें इस फिल्म का आइडिया अपने ड्राइवर से मिला। हुआ यूं कि निखिल कार में पिछली सीट पर बैठे थे। ड्राइवर कार चला रहा था। निखिल अखबार पढ़ रहे थे और ड्राइवर से भी बतिया रहे थे। लादेन को उस दिन अमेरिकियों ने मार गिराया था। यह किस्सा निखिल ने ड्राइवर को बताया तो ड्राइवर ने कहा कि हम भी ऐसा क्यों नहीं कर सकते। दाउद को पाकिस्तान जाकर हम भी मार सकते हैं। बस निखिल को आइडिया मिल गया। ‘डी डे’ में उन्होंने दिखाया है कि किस तरह भारत के जांबाज ऑफिसर भारत के मोस्ट वांटेड मैन को भारत लाने के मिशन पर निकल पड़ते हैं। इस फिल्म में इरफान खान, ऋषि कपूर, अर्जुन रामपाल, श्रुति हासन और हुमा कुरैशी ने लीड रोल निभाए हैं।