क्या हर पाकिस्तानी आतंकवादी होता है...इस सवाल का जवाब देगी दीया मिर्जा की वेब सीरीज ‘काफिर’
दीया मिर्जा का डिजिटल डेब्यू ‘काफिर’ जी5 पर रिलीज हो चुका है। भारत-पाकिस्तान के तल्ख रिश्तों के बीच यह वेब सीरीज इंसानियत की एक नई ज्योत जगाती है। ‘काफिर’ एक पाकिस्तानी महिला और उसकी बेटी के संघर्ष की कहानी है जो गलती से सीमा पार कर भारत आ जाती है और आतंकवाद का आरोप लगाकर उसे कैदी बना लिया जाता है। दीया मिर्जा इसमें पाकिस्तानी कैदी कैनाज अख्तर की भूमिका में हैं।
इस वेब सीरीज में टीवी सीरियल ‘देवों के देव महादेव’ फेम मोहित रैना भी है और वे एक पत्रकार के किरदार में नजर आएंगे, जो पहले एक वकील था। आलिया भट्ट की फिल्म ‘राजी’ की को-राइटर भवानी अय्यर ने इसकी कहानी लिखी है और सोनम नायर ने निर्देशन किया है। इस सीरीज के कुल 8 एपिसोड हैं।
कहानी: पत्रकार वेदांत राठौड़ को उसका चैनल हेड मानवीय संवेदनाओं वाली एक कहानी लाने को कहता है। तभी वेदांत को एक छोटी बच्ची सेहर के बारे में पता चलता है, जिसकी मां कैनाज अख्तर सात साल से आतंकवाद के आरोप में जेल में बंद है। कैनाज अख्तर का इंटरव्यू लेते वक्त उसे पता चलता है कि उस पर लगाया गया आतंकवाद का आरोप झूठा है और फिर वेदांत उसे जेल से रिहा करने और उसे न्याय दिलाने की ठान लेता है।
दीया मिर्जा और मोहित रैना ने काफी सराहनीय काम किया है। दीया मिर्जा ने जिस तरह से कई जगह बिना बोले बस आंखों से ही सब कह दिया है, जो काबिल-ए-तारीफ है।
‘काफिर’ की कहानी दर्शकों को खुद से जोड़ने में कामयाब रही है। हर एपिसोड के खत्म होने पर ‘आगे क्या होगा’ यह जानने की उत्सुकता जगाती है। बैकग्राउंड म्युजिक किरदारों की भावनाओं को समझने में मदद करता है।
दमदार कहानी, शानदार एक्टिंग और बेहतरीन सिनेमेटोग्राफी के लिए आप जी5 की वेब सारीज ‘काफिर’ देख सकते हैं।
फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम