11 साल की उम्र में तब्बू ने रख दिया था एक्टिंग की दुनिया में कदम, दो बार नेशनल अवॉर्ड से हो चुकी हैं सम्मानित
बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री तब्बू 53 वर्ष की हो गई हैं। 4 नवंबर 1971 को जन्मीं तब्बू के पिता जमाल अली हाशमी और मां रिजवाना है। तब्बू के पिता पाकिस्तान के एक अभिनेता थे। उनकी मां एक स्कूल अध्यापिका थीं एवं उनके नाना-नानी, जो एक स्कूल चलाते थे, सेवा-निवृत्त प्राध्यापक थे।
तब्बू के नाना, मोहम्मद एहसान, अंकगणित के प्राध्यापक थे और नानी अंग्रेजी साहित्य की प्राध्यापिका थीं। तब्बू ने अपनी पढ़ाई हैदराबाद के सेंट एन्स हाई स्कूल में की। वह 1983 में मुंबई आ गईं और सेंट जेवियर्स कॉलेज में दो साल तक पढ़ाई की। वह शबाना आज़मी, तन्वी आज़मी और बाबा आज़मी की भतीजी और अभिनेत्री फराह नाज की छोटी बहन हैं।
बाल कलाकार के तौर पर तब्बू ने 11 साल की उम्र में वर्ष 1982 में प्रदर्शित फिल्म 'बाजार' और 14 साल की उम्र में वर्ष 1985 में प्रदर्शित फिल्म 'हम नौजवान' में देव आनंद की बेटी की भूमिका निभाई थी, लेकिन विजयपथ (1994) से उन्हें असली पहचान मिली और इसके लिए उन्हें बेस्ट फीमेल डेब्यू का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला। उन्होंने एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी।
तब्बू को दो बार नेशनल अवॉर्ड भी मिला। खूबसूरती हो या धन-दौलत तब्बू हर मामले में किसी से कम नहीं है। तब्बू को माचिस और चांदनी बार के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। उनकी अदाकारी को बार-बार सराहा गया, जो उनके सिनेमा के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
बॉलीवुड के अलावा तब्बू ने हॉलीवुड में भी पहचान बनाई। 'द नेमसेक' और 'लाइफ ऑफ पाई' जैसी फिल्मों में उन्होंने अपने शानदार अभिनय से दुनियाभर में प्रशंसा पाई। तब्बू को दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिले हैं। उन्हें फिल्म माचिस और चांदनी बार के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
साल 2011 में तब्बू को चौथे सर्वोच्च भारतीय नागरिक सम्मान पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया। अपनी फिल्मों एवं भूमिकाओं के मामले में काफी चुनिन्दा मानी जाने वाली तब्बू का कहना है कि 'मैं वही फिल्में करती हूं, जो मुझे भावुक बना दे एवं सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि फिल्म की यूनिट एवं निर्देशक मुझे प्रभावित करने चाहिए।'