टीवी की दुनिया की जानी-मानी अदाकारा श्वेता तिवारी सिर्फ ऑनस्क्रीन ही नहीं, बल्कि रियल लाइफ में भी काफी दिलचस्प हैं। हाल ही में उन्होंने एक पॉडकास्ट में बेटी पलक तिवारी के साथ अपने रिश्ते और परवरिश के अनोखे अंदाज पर खुलकर बात की। मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह और हर्ष लिंबाचिया के यूट्यूब चैनल Bharti TV पर बातचीत के दौरान श्वेता ने बताया कि उनकी पेरेंटिंग न तो बहुत सख्त थी और न ही पूरी तरह ढीली।
श्वेता ने कहा, “हम मां-बेटी कम, दोस्त ज्यादा हैं। लेकिन हर दोस्ती की तरह हमारे रिश्ते में भी कुछ सीमाएं थीं।” उन्होंने बताया कि उन्होंने पलक को कभी खुली छूट नहीं दी, बल्कि कुछ साफ-साफ नियम तय किए गए थे – खासकर कर्फ्यू और समय की पाबंदी को लेकर। “अगर उसने कहा है कि वो 1 बजे घर पहुंचेगी, तो मेरा मतलब है कि 1 बजे दरवाज़े पर हो, न कि उस वक्त पार्टी से निकल रही हो,” श्वेता ने मुस्कुराते हुए कहा।
लेकिन यह दोस्ताना रिश्ता कभी-कभी डिजिटल निगरानी में भी बदल जाता था। श्वेता ने स्वीकार किया कि पलक की टीनएज में वो उसके फोन को ट्रैक करती थीं। उन्होंने कहा, “मैं डरती थी क्योंकि वो एक लड़की है और दुनिया बहुत अजीब है। वो चाहे कुछ न पीती हो, लेकिन उसके आसपास के लोग तो पी सकते हैं।”
श्वेता ने यह भी बताया कि पलक को कॉलेज पहुंचने के बाद ही अपना पहला मोबाइल फोन मिला था और उसने 16 साल की उम्र तक मेकअप नहीं लगाया। “वो स्कूल फंक्शन में भी बिना मेकअप के जाती थी,” श्वेता ने याद किया।
इस बातचीत में एक और दिलचस्प खुलासा तब हुआ जब श्वेता ने पलक को फाइनेंशियली डिसिप्लिन बनाने के अपने तरीके बताए। उन्होंने बताया कि पलक को एक तय महीना खर्च (जैसे 25,000 रुपये) दिया जाता था। अगर वह तय रकम से ज्यादा खर्च कर देती, तो उसे घर के काम करके उसकी भरपाई करनी पड़ती थी।
श्वेता ने हंसते हुए बताया, “अगर पलक ने 30,000 रुपये खर्च कर दिए, तो उसे बाकी 5,000 की भरपाई करनी होती थी, जैसे बाथरूम साफ करने पर 1,000 रुपये, बिस्तर लगाने पर 500 रुपये और बर्तन धोने पर 1,000 रुपये। पलक कई बार पहले से ही कुछ काम करके रखती थी, ताकि जब खर्च बढ़े तो एडजस्ट कर सके।”
कसौटी ज़िंदगी की में प्रेरणा शर्मा का किरदार निभाकर घर-घर में पहचानी जाने वाली श्वेता तिवारी ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। वह बिग बॉस सीज़न 4 की विनर भी रह चुकी हैं। इसके बाद उन्होंने परवरिश, बेगूसराय और मेरे डैड की दुल्हन जैसे शोज़ में भी दमदार अभिनय किया।
श्वेता की यह पेरेंटिंग स्टोरी बताती है कि सेलिब्रिटी होने के बावजूद उन्होंने पलक को एक सामान्य लेकिन अनुशासित माहौल में पाला। दोस्ती, सीमाएं, समय की पाबंदी और पैसों की वैल्यू, ये सब बातें उनकी परवरिश को खास बनाती हैं।