रामगोपाल वर्मा ने कुंभ को बताया कोरोना मेला, कहा लोगों को इस जन्म के बजाय अगले जन्म की चिंता
कुंभ मेले के जो वीडियो सामने आए हैं उसे देख कई लोग दहल गए हैं। हजारों-लाखों की तादाद में भीड़। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के कोई पते नहीं। आस्था में लोगों ने अपनी आंखें इस कदर बंद कर ली कि कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ गई। किसी को इस बात की चिंता नहीं है कि वे न केवल अपनी बल्कि अन्य लोगों की जिंदगी भी खतरे में डाल रहे हैं।
आश्चर्य तो इस बात पर भी हो रहा है कि सरकार कैसे आंख मूंद कर यह सब होने दे रही है, वो भी तब जब भारत में प्रतिदिन दो लाख नए मरीज आ रहे हैं और हजार से ज्यादा की मौत हो रही है। एक तरफ सरकार लोगों को लॉकडाउन के बहाने घर बैठा रही है। प्रोटोकॉल फॉलो करने का कह रही है और दूसरी और ऐसे आयोजनों पर चुप्पी साध कर बैठी है।
सोशल मीडिया पर जरूर कई लोग हिम्मत कर इस बात का विरोध कर रहे हैं। सरकार और लोगों की समझ पर सवाल उठा रहे हैं। फिल्म इंडस्ट्री में भी कुछ लोग ऐसे हैं। रामगोपाल वर्मा ने कुंभ मेले और कोविड-19 को लेकर अपनी आदतानुसार कुछ मजेदार ट्वीट किए हैं। इन व्यंग्य में गहरी बात भी छिपी हुई है।
रामगोपाल वर्मा ने कहा है कि यदि 6 सप्ताह में मुंबई के 17 लाख लोग ही टीका लगवाते हैं और एक दिन में 35 लाख लोग महा कुंभ में डुबकी लगाते हैं तो इससे पता चलता है कि लोग इस जन्म के बजाय अगले जन्म में ज्यादा रूचि ले रहे हैं।
एक अन्य ट्वीट में रामू लिखते हैं- कोविड से बचने का हल यही है कि सभी आस्थावनों को कुंभ मेला में जाना चाहिए और जो आस्थावान नहीं है उन्हें चीन जाना चाहिए क्योंकि उस देश में कोविड नहीं है।
रामू ने कुंभ मेले का एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है- यह है कोरोना मेला, पूरे भारत को आमंत्रित कर रहा है, चलो हरिद्वार जहां कोविड को लेकर कोई पाबंदी नहीं है और मैं प्रार्थना करूंगा कि कोरोना चला जाए, जय हरिद्वार कोरोना मैनेजमेंट।
इन ट्वीट्स के माध्यम से रामगोपाल वर्मा ने एक बार फिर अपना वो 'मजेदार' पक्ष दर्शाया है जिसके कारण वे ट्वीटर पर लोकप्रिय हैं।