लाइमलाइट से दूर शाइनी अहूजा विदेश में बेच रहे कपड़े, रेप के आरोप ने खत्म कर दिया था करियर
बॉलीवुड एक्टर शाइनी अहूजा ने बैक-टू-बैक हिट फिल्में देकर इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई थी। उन्होंने 2005 में फिल्म 'हजारों ख्वाहिशें ऐसी' से बॉलीवुड में धमाकेदार शुरुआत की थी। इसके बाद गैंगस्टर (2006), वो लम्हे (2006), लाइफ इन अ... मेट्रो (2007), और भूल भुलैया (2007) जैसी हिट फिल्मों से उनका करियर बुलंदियों पर पहुंच गया।
इतना ही नहीं शाइना अहूजा के लुक्स को देखकर उनकी तुलना रितिक रोशन और जॉन अब्राहम से होती थी। उन्हें 'हैंडसम हंक' का टैग भी मिला हुआ था। लेकिन 2009 में 19 साल की मेड से रेप के आरोप में शाइना का पूरा करियर ही खत्म हो गया। उन्हें 7 साल की जेल की सजा भी हुई थी। हालांकि कुछ वक्त बात उन्हें सजा में राहत भी मिली।
हालांकि लंबे समय तक चले कानूनी केस ने उनका एक्टिंग करियर पूरी तरह खत्म हो गया। शाइनी की गिरफ्तारी के बाद बॉलीवुड ने उनसे किनारा कर लिया। बाद में उन्होंने वेलकम बैक (2015) में एक छोटा सा रोल किया लेकिन इंडस्ट्री और दर्शकों ने ज्यादा रिएक्ट नहीं किया। तमाम कोशिशों के बावजूद, शाइनी अपनी पुरानी पहचान वापस नहीं पा सके।
Just came to know Shiney Ahuja
Lives in Phillipines
Turned 50 in July and does Garments business pic.twitter.com/f1qOxIYjNi
शाइना अहूजा आज सुर्खियों से दूर एक शांत, एकांत जीवन जी रहे हैं। खबरों के अनुसार शाइनी अहूजा ने भारत छोड़ दिया है। उन्होंने कोर्ट में अपील कर अपना पासपोर्ट फिर से एक्टिव करवाया और विदेश जा बसे। उनका पासपोर्ट 10 साल के लिए रिन्यू हुआ है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, शाइनी अ हूजा अब फिलीपिन्स में रहते हैं, जहां वो कपड़ों का बिजनेस चलाते हैं। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में दावा किया गया है कि शाइनी आहूजा लाइमलाइट से दूर फिलीपिन्स में गारमेंट्स यानी कपड़े का बिजनेस करते हैं।
बता दें कि साल 2009 में शाइनी अहूजा पर अपनी 19 साल की हाउस हेल्पर के साथ रेप, किडनैपिंग और धमकाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कुछ महीनों बाद उन्हें इस शर्त पर जमानत मिली कि वे दिल्ली नहीं छोड़ेंगे। हालांकि बाद में शिकायतकर्ता ने अपना बयान वापस ले लिया, लेकिन साल 2011 में मुंबई की एक फास्ट-ट्रैक कोई ने शाइनी को दोषी ठहराया और उन्हें 7 साल बाद कैद की सजा सुनाई।
शाइनी आहूजा को कोर्ट ने यह सजा मेडिकल रिपोर्ट, डीएनए सबूत और पीड़िता के शुरुआती बयान के आधार पर दी गई। इसके बाद शाइनी ने इस आदेश के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील की और उनकी अपील स्वीकार की, जिसके बाद उन्हें जमानत मिली।