शम्मी कपूर : गीता, नीला और बच्चे...
शम्मी कपूर की जिंदगी में दो पत्नियां आईं। गीता बाली और नीला देवी। गीता बाली और शम्मी के नैन टकराए थे ‘रंगीला रतन’ फिल्म निर्माण के दौरान। बात 1955 की है। शम्मी और गीता एक-दूसरे को पसंद करने लगे। उस समय कपूर खानदान में एक अघोषित-सा नियम था कि फिल्म एक्ट्रेस से कोई शादी नहीं करेगा। इसलिए शम्मी और गीता बाली थोड़ा डरे हुए थे। उम्र में भी गीता, शम्मी से बड़ी थी और उस जमाने में इसे बेमेल जोड़ी माना जाता था। प्यार किया तो डरना क्या तर्ज पर शम्मी-गीता ने पहली मुलाकात के लगभग चार महीने बाद मुंबई के एक मंदिर में शादी कर ली और उसके बाद ही अपने परिवार को बताया। थोड़े दिन शम्मी और उनके घरवालों के बीच अबोला रहा, लेकिन बाद में सब कुछ सामान्य हो गया। शम्मी अपनी पत्नी को बेहद चाहते थे। शादी के बाद बेटा आदित्य राज कपूर और बेटी कंचन का जन्म हुआ। आदित्य राज कपूर ने भी फिल्म इंडस्ट्री में आने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। बेटी कंचन की शादी मनमोहन देसाई के बेटे केतन देसाई से हुई। 1965
में चेचक की वजह से गीता बाली की मृत्यु हो गई जिसका शम्मी को गहरा झटका लगा। उन्होंने अपने आप पर ध्यान देना छोड़ दिया। वजन बहुत बढ़ गया और इससे बतौर हीरो उनका करियर भी प्रभावित हुआ। शम्मी के बच्चे छोटे थे, इसलिए घर वालों ने दूसरी शादी का दबाव बनाया। शम्मी बमुश्किल राजी हुए। गीता की मृत्यु के चार वर्ष बाद 1969 में उन्होंने भावनगर की रॉयल फैमिली की नीला देवी से शादी की। शम्मी ने गीता के सामने शर्त रखी कि वे मां नहीं बनेंगी। उन्हें गीता के बच्चों को ही पालना होगा। नीला देवी मान गई। वे ताउम्र अपने बच्चों की मां नहीं बनी और गीता के बच्चों को ही अपना माना। शम्मी और नीला का यह त्याग उल्लेखनीय है।