जज मनोज मुंतशिर बोले- इंडियाज गॉट टैलेंट को बाकी शोज से अलग बनाती है वैरायटी
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का टैलेंट हंट शो 'इंडियाज गॉट टैलेंट' (आईजीटी) देशभर के कोने-कोने से आए टैलेंट के साथ एक बड़ा धमाका करने के लिए तैयार है, जिसकी शुरुआत 15 जनवरी से हो रही है। इस रियलिटी शो में जिंदगी के अलग-अलग क्षेत्रों से सुपर टैलेंटेड प्रतिभागी आएंगे और मंच पर अपना हुनर दिखाएंगे।
इस शो का ताजा सीजन पहले से बड़ा और बेहतर होगा, जिसमें कंटेस्टेंट्स की अलग-अलग खूबियों का प्रदर्शन किया जाएगा। मशहूर गीतकार, शायर और स्क्रीनराइटर मनोज मुंतशिर जजों के पैनल में शामिल हैं और वे नए सीज़न को लेकर बेहद उत्साहित हैं। मनोज कहते हैं, जज की कुर्सी पर बैठना एक उपलब्धि है।
कौन-सी खूबी इंडियाज गॉट टैलेंट को बाकी शोज से अलग बनाती है?
एक शब्द में कहूं तो वैरायटी। सभी एक्ट्स और परफॉर्मेंस की वैरायटी ही इंडियाज गॉट टैलेंट को बाकी के रियलिटी शोज से अलग बनाती है। यह किसी एक एक्ट या एक टैलेंट पर निर्भर नहीं है... यह ना तो सिंगिंग शो है, ना डांस शो। यह सबकुछ है और यही सबकुछ इसकी खासियत है।
मैजिक शो से लेकर एरियल एक्ट तक, कंटेंपरेरी डांस से लेकर क्लासिकल डांस तक और सिंगिंग, बीट बॉक्सिंग जैसी बहुत-सी खासियतों के साथ यह शो अलग-अलग तरह के टैलेंट का केंद्र है, जहां एक ही मंच पर अलग-अलग तरह के टैलेंट देखने को मिलेंगे। तो हां, यही बात इंडियाज़ गॉट टैलेंट को बाकी रियलिटी शोज़ से अलग बनाती है।
जज के रूप में इस शो का हिस्सा बनकर आपको कैसा महसूस होता है?
दो वजहों से मुझे बड़ा गर्व महसूस होता है। पहली तो यह कि इंडियाज़ गॉट टैलेंट में जजों की कुर्सी पर हमेशा इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन टैलेंट नजर आए हैं। इसमें जाने-माने फिल्मकार, आर्टिस्ट्स और एक्टर्स जजों की कुर्सी की शोभा बढ़ा चुके हैं। तो ऐसे में शिल्पा शेट्टी कुंद्रा, किरण खेर जी और बादशाह के साथ जजों के पैनल में शामिल होना एक बड़ी जिम्मेदारी है। इस कुर्सी पर बैठने के लिए आपको बड़ी हिम्मत की जरूरत होती है।
दूसरी बात यह है कि मुझे यह देखकर भी गर्व होता है कि मैं इस शो के तीन सीज़न्स तक बैकस्टेज टीम का हिस्सा रहा हूं। मैंने इंडियाज़ गॉट टैलेंट के सीजन 4, 5 और 6 लिखे हैं और अब मैं कैमरा के सामने बैठकर इस शो को जज करूंगा। इसके लिए तो मैं अपनी किस्मत को धन्यवाद देता हूं। यह ऐसा पल है, जिस पर यकीनन मुझे गर्व है।
इस शो के टैलेंट को जज करने के लिए आपका क्या पैमाना होगा?
मेरा पैमाना बड़ा सिंपल है एंटरटेनमेंट। यदि कोई एक्ट मुझे प्रभावित करता है, मेरा मनोरंजन करता है, इसमें आगे बढ़ने की क्षमता है और मुझे लगता है कि इसे दर्शकों को दिखाया जाना चाहिए, तो मेरी तरफ से हां होगी। तो मेरा एक शब्द का स्पष्ट जवाब है 'एंटरटेनमेंट'।
इंडियाज गॉट टैलेंट जैसे शो का जज बनना कितना मुश्किल या आसान है?
यह निश्चित तौर पर बड़ा आसान भी है और बड़ा मुश्किल भी! यदि मुश्किल की बात करूं तो दर्शक जजों के नजरिए से हर परफॉर्मेंस देखेंगे। तो सभी जज इसमें दर्शकों और परफॉर्मर्स के बीच एक माध्यम हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमें बड़ी जिम्मेदारी से हर एक्ट को जज करना होगा। यह बड़ा मुश्किल काम है और यह हमारे कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है। तो हां, हम पर थोड़ा दबाव है।
यदि आसानी की बात करूं तो मैं इस शो के डीएनए से भलीभांति वाकिफ हूं और मैं तीन सीज़न्स तक इसकी क्रिएटिव टीम का हिस्सा रहा हूं। मैं यह बात अच्छी तरह समझता हूं कि कौन-सी खूबी इस शो को इतना खास बनाती है। इस शो की भारतीयता की जड़ें बहुत गहरी हैं। इसमें कई छोटे कस्बों, छोटे शहरों और कभी-कभी भारत के दूरदराज के गांवों से परफॉर्मर्स आते हैं। तो जब दर्शक उन्हें इस शो में देखते हैं, तो उनसे जुड़ाव महसूस करते हैं। उन्हें आम दर्शकों से बस एक चीज अलग बनाती है और वो है उनका टैलेंट। तो जब एक बार आप इसका डीएनए और इसकी रूपरेखा समझ लेते हैं, तो जज करना आसान हो जाता है।
बाकी के जजों - शिल्पा शेट्टी, किरण खेर और बादशाह के साथ अपने तालमेल के बारे में कुछ बताइए?
हमारे बीच गजब का तालमेल है। हम सभी (शिल्पा शेट्टी कुंद्रा, किरण खेर जी और बादशाह) इससे पहले कभी इस तरह एक मंच पर साथ नहीं आए, लेकिन हमें ऐसा बिल्कुल महसूस नहीं होता। ऐसा लगता है जैसे हम सदियों से एक दूसरे के साथ हैं। हमारे बीच एक तरह का कम्फर्ट है और यही बात स्क्रीन पर भी नजर आती है। मैं इसमें ज्यादा नहीं बताना चाहूंगा और इसे दर्शकों पर छोड़ता हूं, जिसकी शुरुआत 15 जनवरी से रात 8 बजे हो रही है।
हमने सोशल मीडिया पर आपके और आपके सहयोगी जजों के बीच बड़ी मजेदार हंसी-मजाक देखी है। ऐसा लगता है कि आप सेट पर काफी एंजॉय करते हैं। यह सब कैसे शुरू हुआ?
हमारे बीच का कम्फर्ट लेवल पर्दे पर भी साफ नजर आता है। इसमें ज़रा भी बनावट नहीं है और दर्शकों ने सोशल मीडिया पर अब तक जो भी देखा है, वो बड़ा वास्तविक है। हम कभी-कभी एक दूसरे की नकल भी करते हैं और शूटिंग के दौरान बहुत मस्ती करते हैं। मुझे तो यह घर जैसा लगता है।
क्या दर्शकों को इस शो में आपकी शायरियां सुनने को मिलेंगी?
हां बिल्कुल! आप बिल्ली को दूध से दूर नहीं रख सकते (हंसते हुए)! जब भी मुझे ऐसा करने का मौका मिलेगा तो मुझे बड़ी खुशी होगी। दर्शक मुझे अपनी शायरियां सुनाते देखेंगे। मैंने इससे पहले इंडियन आइडल में भी ऐसा किया है और यह काम कर गया था, तो फिर इस बार क्यों नहीं?
इस बार जजों का फ्रेश पैनल है। तो आप चारों में से किसको प्रभावित करना सबसे मुश्किल काम है और क्यों?
किरण जी को प्रभावित करना सबसे मुश्किल है, क्योंकि उन्होंने इस शो के 9 सीजंस में बहुत तरह के टैलेंट देखे हैं। हमारे लिए चीजें भले ही नई और ताजा हों, लेकिन उन्होंने तो सबकुछ देखा है। वक्त के साथ उनका टेस्ट भी बहुत बदला है। तो ऐसे में उन्हें खुश करना बड़ा मुश्किल है, क्योंकि उन्हें कुछ ऐसा दिखाना होगा जो उन्होंने पहले नहीं देखा है।
इंडियाज गॉट टैलेंट के इस सीज़न में दर्शकों को क्या खास देखने को मिलेगा?
इंडियाज़ गॉट टैलेंट हमेशा अपने दर्शकों को जबरदस्त मनोरंजन और ढेर सारी वैरायटी दिखाता रहा है। आपने पिछले 8 सीज़ंस में जो भी देखा, वो सब बढ़िया था और यही वजह है कि हम यहां 9वें सीजन के साथ हाज़िर हैं। यह सीज़न वाकई अलग रहने वाला है, क्योंकि कुछ बड़ा और बेहतर पेश करने की हमारी भूख कई गुना बढ़ गई है। इस दौरान टेक्नोलॉजी विकसित हुई है, टैलेंट आगे बढ़ा है और उन्हें बड़ा एक्सपोज़र मिला है।
कलाकारों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टैलेंट की बहुत-सी वैरायटी देखी हैं। वो जानते हैं कि उन्हें एक खास तरह से अपनी छाप छोड़नी होगी और मंच पर कुछ ऐसा पेश करना होगा, जो सभी को प्रेरित करे। तो मुझे लगता है कि सीज़न 9 में यह सबकुछ शामिल होगा और मुझे इसका बेसब्री से इंतजार है। मुझे यकीन है कि यह एक यादगार सीज़न होगा।