क्या अमिताभ बच्चन डरते हैं कमाल आर खान से, कहां गायब हो गया हमारा 'विजय'
जब कमाल आर खान उर्फ केआरके अपनी सीमा लांघते हुए ट्वीट करने लगे तो ट्विटर ने उनका अकाउंट बंद कर दिया। दूसरों को गालियां बक कर केआरके अपना उल्लू सीधा कर रहे थे और अपने आपको तीस मार खां समझने लगे थे। कई सेलिब्रिटीज से उनके झगड़े भी हुए और इससे उन्होंने दर्शाया कि वे कितने बड़े ब्रैंड हैं।
अब ट्विटर ने उनका अकाउंट फिर खोल दिया है। आश्चर्य की बात तो यह है कि अमिताभ बच्चन ने केआरके की वापसी की घोषणा ट्विटर पर की। वे लिखते हैं- 'अदम्य कमाल राशिद खान, सीधी बात, बिना लाग-लपेट के, वापस आ गए हैं। अपने सीट बेल्ट पहन लीजिए।'
अब केआरके जैसे आदमी का अमिताभ वेलकम करे तो यह आश्चर्य की बात है। केआरके ने जब वेबसाइट शुरू की थी तो उद्घाटन करने अमिताभ बच्चन पहुंच गए थे। ठीक है, कोई छोटा, बड़ा नहीं है, लेकिन यही कमाल खान आपकी ही फिल्म बिरादरी के लोगों के बारे में उटपटांग बातें करता है। फिल्म रिव्यू करते समय लोगों को गालियां बकता है। हीरोइनों के बारे में अश्लील कमेंट करता है और उसका ही आप स्वागत कर रहे हैं।
सवाल यह उठता है कि क्या अमिताभ बच्चन को केआरके से डर लगता है? क्या वे घबराते हैं कि केआरके उनके बारे में या उनके परिवार के बारे में भद्दी टिप्पणियां नहीं कर दे? इसलिए वे केआरके की तारीफ कर उनका मुंह बंद करने की रिश्वत दे रहे हैं।
अमिताभ शिखर पर बैठे हैं। तमाम पुरस्कार और सम्मान पा चुके हैं। क्या केआरके उनकी बुराई कर देगा तो उनकी प्रतिष्ठा कम हो जाएगी? क्या लोग केआरके की बातों पर विश्वास कर लेंगे?
अमिताभ की हरकत तो यही दर्शाती है कि वे केआरके से घबराते हैं। कहां गया हमारा वो 'विजय' जो अन्याय के खिलाफ बिना परिणाम की चिंता किए किसी से भी भिड़ जाता था।