गुरुवार, 21 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. दीपावली
  3. भाई दूज
  4. Don't do these mistakes on Bhai Dooj
Written By WD Feature Desk
Last Updated : शनिवार, 2 नवंबर 2024 (16:12 IST)

भाई दूज के दिन बहन और भाई रखें इन बातों का खास ध्यान, भूलकर भी न करें ये गलतियां

भाई दूज के दिन बहन और भाई रखें इन बातों का खास ध्यान, भूलकर भी न करें ये गलतियां - Don't do these mistakes on Bhai Dooj
Bhai Dooj 2024: भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाई को घर बुलाकर उन्हें तिलक लगाती हैं और भोजन कराने के बाद पान खिलाती हैं। इससे बहन के घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है साथ ही अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस पवित्र पर्व पर भाई और बहन को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
1. भाई दूज का पर्व मध्यान्ह काल में ही मनाया जाना चाहिए। इस दिन अभिजीत मुहूर्त हो तो अति उत्तम।
 
2. बहन अपने भाई को लकड़ी की या चावल की चौकी बनाकर तिलक करें।
 
3. भाई को तिलक लगाते समय भाई का मुंह उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। बहन का मुंह उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। 
 
4. बहन अपने भाई को तिलक करने से पूर्व भाई के सिर पर फूल, पान, सुपारी, और पैसा रखें और भाई की कलाई पर मौली बांधें इसके बाद ही तिलक लगाएं। 
 
5. इस दिन भाई को तिलक करने के बाद भोजन कराएं और फिर इसके बाद ही भोजन करें। इससे पहले बहनें खाना न खाएं। भाई दूज पर भाई को भोजन कराने के बाद ही बहनें खाना खाएं।
 
6.  इस दिन बहनें अपने भाई के लिए सात्विक भोजन ही बनाएं। भोजन में खीर और मीठा जरूर रखें। किसी भी प्रकार से तामसिक या राजसिक भोजन न बनाएं। भाई दूज पर मांसाहार बिल्कुल भी नहीं खाएं। 
 
7. भाई दूज के दिन भाई और बहन आपस में लड़ाई-झगड़ा न करें और घर परिवार की विवादित या पुरानी बातों पर चर्चा न करें। खुशी का माहौल बनाए रखें।
 
8. रक्षा बंधन पर भाई अपनी बहन को उपहार देता है जबकि भाई दूज पर बहनें अपने भाई को उपहार दें। हालांकि दोनों ही एक दूसरे को उपहार दें तो कोई हर्ज नहीं।
 
9. भाई दूज पर भाई-बहन काले रंग के कपड़े न पहनें। पीले, लाल, गुलाब, हरे रंग के कपड़े पहन सकते हैं।
 
10. बहने इस दिन अपने भाई को पान जरूर खिलाएं। इससे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
 
11. यदि संभव हो तो दोनों यमुना स्नान करें।
ये भी पढ़ें
Chhath Puja katha: छठ पूजा की 4 पौराणिक कथाएं