शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. सामयिक
  2. बीबीसी हिंदी
  3. बीबीसी समाचार
  4. Water found on this planet
Written By
Last Modified: गुरुवार, 12 सितम्बर 2019 (11:50 IST)

इस ग्रह पर मिला पानी, जीवन भी मिलेगा?

इस ग्रह पर मिला पानी, जीवन भी मिलेगा? - Water found on this planet
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने पहली बार पृथ्वी के अलावा एक ऐसे ग्रह का पता लगाया है जहां जीवन की संभावनाए हो सकती हैं। इस ग्रह पर पानी भी है और इंसान के रहने के लिए अनुकूल तापमान भी।
 
लंदन के वैज्ञानिकों ने 'नेचर' नाम की पत्रिका में इस बारे में लिखा है और बताया है कि ये ग्रह पृथ्वी से दोगुने आकार का है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका तापमान शून्य से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच है।
 
वैज्ञानिकों ने फ़िलहाल इस ग्रह को K2-18B नाम दिया है और पृथ्वी से यह 111 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है। खगोलशास्त्रियों की एक बड़ी चिंता यह है कि चूंकि ये बहुत ज़्यादा दूरी पर है इसलिए अभी वहां पहुंचकर ये पता लगा पाना मुश्किल है कि क्या वहां पहले से जीवन है।
 
लेकिन वैज्ञानिकों को ये उम्मीद भी है कि आने वाले दशक में हम अत्याधुनिक टेलिस्कोप की मदद से इसका पता लगा सकेंगे।
 
कनाडा स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ़ मोन्ट्रियॉल के प्रोफ़ेसर बियर्न बेनेक इस खोज का नेतृत्व कर रहे हैं।
 
प्रोफ़ेसर बियर्न बेनेक बताते हैं, 'ये पहली बार है जब हम पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर सचमुच पानी की मौजूदगी और भाप देख रहे हैं। ये ग्रह ऐसी जगह पर है जहां इसे पर्याप्त मात्रा में ऊष्मा मिल सकती है, ठीक वैसे ही जैसे पृथ्वी को सूर्य से मिलती है। यही वजह है कि हम यहां जीवन की संभावना देख रहे हैं।'
 
प्रोफ़ेसर बेनेक ने ये भी कहा कि पृथ्वी से समानता के बावजूद ये ग्रह उससे काफ़ी अलग भी है।
 
'मुझे लगता है कि हमें इसकी पृथ्वी से तुलना करते हुए थोड़ा सावधान रहना होगा क्योंकि ये कई मायनों में अलग भी है। इसका व्यास पृथ्वी के व्यास से लगभग ढाई गुना ज़्यादा है। हम जानते हैं कि इस तरह के ग्रहों के चारों ओर गैसों का मोटा आवरण भी होता है और जैसे-जैसे आप इसके अंदर जाते हैं, तापमान भी बढ़ता जाता है।'
 
वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तक K2-18B हमारे सौर मंडल से बाहर इकलौता ऐसा ग्रह है जहां जीवन की उम्मीद जताई जा सकती है। फ़िलहाल इसके बारे में बहुत कुछ जानना बाकी है।
 
ये भी पढ़ें
बलदेव सिंह से जानिए पाकिस्तान से भागकर भारत में शरण मांगने की वजह