पूर्ण सफलतादायक है रुद्राक्ष- भाग 2
एक से चौदह मुखी रुद्राक्ष की जानकारी
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विवेक व्यास (
गतांक से जारी) त्रिमुखी रुद्राक्ष : यह रुद्राक्ष अग्निस्वरूप माना गया है। सत्व, रज और तम- इन तीनों यानी त्रिगुणात्मक शक्तियों का स्वरूप यह भूत, भविष्य और वर्तमान का ज्ञान देने वाला है। इसे धारण करने वाले मनुष्य की विध्वंसात्मक प्रवृत्तियों का दमन होता है और रचनात्मक प्रवृत्तियों का उदय होता है। किसी भी प्रकार की बीमारी, कमजोरी नहीं रहती। व्यक्ति क्रियाशील रहता है। यदि किसी की नौकरी नहीं लग रही हो, बेकार हो तो इसके धारण करने से निश्चय ही कार्यसिद्धी होती है। धारक अग्नि के समान तेजस्वी हो जाता है। घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।