जुलाई के प्रथम सप्ताह में अमेरिका, जापान, दुबई, दक्षिण अफ्रीका, उत्तर कोरिया व चीन की स्थिति कोरोना व आर्थिक दोनों में अच्छी नहीं रहेगी। भारत, पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया, नेपाल, सिंगापुर, ताईवान की स्थिति धीरे-धीरे ठीक होगी। इस माह लाल तेल, सोना, चांदी, तुवर दाल, गेहूं, मसूर, एल्युमीनियम, पीतल, तांबा व लोहा महंगे रहेंगे।
जुवार, शकर, मूंग, मूंगफली दाने, मनुक्का, काजू, किशमिश आदि इनके भाव में उतार-चढ़ाव रहेगा। माह के मध्य में उत्तर के देशों में सुख रहेगा। पश्चिम-दक्षिण के देशों में युद्ध का भय रहेगा। बालक रोग से पीड़ित रहेंगे। पूर्व के देशों में अंतरिक्ष झगड़े रहेंगे व महिला बच्चों पर कष्ट रहेगा।
इस माह के अंत में किसी बड़े राजनेता पर कष्ट आएगा। भारत में राजनीति में अत्यधिक हेरफेर होगा। भारत में सत्ता चलाना बड़ा मुश्किल हो जाएगा। विपक्ष से नाना प्रकार की तकलीफ आएगी। सूर्य की दृष्टि से प्रजा में कष्ट बढ़ेगा और रोग बढ़ेंगे।
इस माह के अंत में बच्चों का कष्ट दूर होगा। महिलाओं को लाभ मिलेगा। पुरुष वर्ग अधिक परेशानी में आ जाएगा। अधिकारी वर्ग को नाना प्रकार के कष्ट आएंगे।
इस माह के अंत में पूर्व के देशों में शांति व उत्तर-पश्चिम में जनता के कष्टों में कमी आएगी। दक्षिण के देशों में अपराध बढ़ेंगे, साथ ही युद्ध का भय रहेगा। माह के अंत में चांदी, तुवर, चना, खसखस, तेल, गोंद, एल्युमीनियम व लोहे के भाव में कमी आएगी तथा सोने के भाव में वृद्धि होगी। आतंकवादियों पर भारतीय फौज का नियंत्रण रहेगा व भारत के पक्ष में विजय प्राप्ति वाली स्थिति रहेगी। पाकिस्तान अपनी सरहद से पीछे हटेगा हालांकि इसमें हमारे कुछ जवानों का नुकसान हो सकता है।
यह माह वर्ग 1 के लिए ठीक रहेगा। कृषि वर्ग के लिए मध्यम रहेगा। नौकरी वालों के लिए यह माह उन्नति वाला रहेगा। स्त्री वर्ग के लिए यह माह अच्छा रहेगा। बालकों के लिए यह माह कष्ट वाला रहेगा। छात्रों के लिए यह माह कार्य में उलझन वाला रहेगा। छात्राओं के लिए यह माह सफलता वाला रहेगा। भारत में उत्तराखंड, बिहार, कर्नाटक व आंध्रप्रदेश में प्रजा को कष्ट रहेगा। मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश, पंजाब व महराष्ट्र में सुधार होगा तथा अन्य प्रदेशों में शनै:-शनै: सुख बढ़ेगा।
इस माह की कुंडली को बादल चाल की नजर से देखें तो उत्तराखंड, कश्मीर, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, चेन्नई, महाराष्ट्र व गुजरात में अच्छी वर्षा होगी। छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, बिहार, झारखंड में कहीं कम व कहीं ज्यादा वर्षा होगी व अन्य राज्यों में वर्षा ठीक-ठीक रहेगी। कहीं-कहीं वर्षा कम-ज्यादा होने से जनधन की हानि हो सकती है।