shani amavasya ke upay in hindi: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है, खासकर जब यह शनिवार के दिन पड़ती है, तो इसे "शनि अमावस्या" कहा जाता है। इस दिन का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व बहुत बढ़ जाता है। इस साल, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि, जिसे पिठोरी अमावस्या और कुशोत्पाटनी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है, 23 अगस्त, शनिवार को पड़ रही है। यह दिन पितरों को याद करने और शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस खास मौके पर किए गए कुछ उपाय आपके जीवन से सभी कष्टों को दूर कर सकते हैं और आपकी किस्मत को चमका सकते हैं।
1. पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए
शनि अमावस्या का दिन पितरों को तर्पण और श्राद्ध करने के लिए बहुत शुभ होता है। इस दिन दान-पुण्य और पूजा करने के अलावा, आप एक और खास उपाय कर सकते हैं। पितृ स्तोत्र का पाठ करना इस दिन बहुत लाभदायक माना जाता है। पितृ स्तोत्र का पाठ करने से पितर प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद देते हैं, जिससे परिवार में सुख-समृद्धि आती है और सभी बाधाएं दूर होती हैं।
2. शनि दोष और साढ़ेसाती के प्रभाव कम करने के लिए
अगर आप शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या किसी अन्य शनि दोष से पीड़ित हैं, तो शनि अमावस्या का दिन आपके लिए वरदान साबित हो सकता है। इस दिन महामृत्युंजय मंत्र के साथ भगवान शिव की पूजा करना बहुत फलदायी माना जाता है। भगवान शिव को शनिदेव का गुरु माना जाता है, और उनकी पूजा से शनि का प्रकोप शांत होता है। इसके साथ ही, शिवलिंग पर दूध से अभिषेक करने से भी शनि दोष का प्रभाव कम होता है।
3. धन में वृद्धि और आर्थिक तंगी दूर करने के लिए
शनि अमावस्या पर पवित्र नदी में स्नान करने का खास महत्व है। यदि संभव हो, तो किसी पवित्र नदी या तालाब में स्नान करें। स्नान के बाद, ऋषियों, देवताओं और पितरों के नाम से तीन-तीन अंजलि जल अर्पित करें। ऐसा करने से न केवल आपके पाप धुलते हैं, बल्कि आपके जीवन में धन और समृद्धि भी आती है।
4. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए दान
शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है और वे दान-पुण्य से बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। शनि अमावस्या के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को दान करना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन आप सात प्रकार के अन्न (गेहूं, जौ, चावल, तिल, उड़द, मूंग और चना) और वस्त्रों का दान कर सकते हैं। इसके अलावा, शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाना और काले वस्त्र पहनना भी लाभकारी होता है।
5. पीपल के पेड़ की पूजा
शनि अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना भी बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें। पीपल के पेड़ में सभी देवी-देवताओं का वास माना जाता है, और शनि अमावस्या पर इसकी पूजा करने से शनिदेव के साथ-साथ अन्य सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
इन उपायों को सच्चे मन से करने पर शनिदेव और पितर दोनों प्रसन्न होते हैं, जिससे जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं और किस्मत चमक उठती है।
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