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Last Updated : गुरुवार, 17 मार्च 2022 (09:35 IST)

होली 2022: इस बार बन रहे हैं ग्रहों के बहुत शुभ संयोग, जानिए मुहूर्त सहित काम की बातें

होली 2022: इस बार बन रहे हैं ग्रहों के बहुत शुभ संयोग, जानिए मुहूर्त सहित काम की बातें - Holi 2022 Shubh Muhurta And Sanyog
Holi 2022: 17 मार्च को होलिका दहन (Holika dahan) होगा, 18 मार्च को धुलेंडी (Dhulandi) का त्योहार रहेगा। 22 मार्च को रंगपंचमी (Rangpanchami) का पर्व मनाया जाएगा। आओ जानते हैं तीनों प्रमुख दिनों के शुभ मुहूर्त। आओ जानते हैं होली के शुभ ग्रह संयोग, मुहूर्त और काम की बातें।
 
 
होली की तिथि और शुभ मुहूर्त (Holi Date 2022 And Shubh Muhurat):
 
होलिका दहन के ग्रह संयोग : इस दिन मकर राशि में त्रिग्रही योग रहेंगे। मकर में शनि, मंगल और शुक्र की युति रहेगी। कुंभ में बृहस्पति और बुध ग्रह रहेंगे। ज्योतिष के अनुसार इस दिन वृद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है। वृद्धि योग में किए गए कार्यों से उस कार्य में वृद्धि ही होती रहती है। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए कायों में पुण्य प्राप्ति के साथ ही वह कार्य सिद्ध होता है। ध्रुव योग से चंद्रमा और सभी राशियों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा होली पर इस साल बुध-गुरु की युति से आदित्य योग का भी निर्माण हो रहा है।
 
 
होली धुलेंडी के ग्रह संयोग : गुरु और बुध कुंभ में, शनि, मंगल और शुक्र मकर में, सूर्य मीन में, चंद्र सिंह में, राहु वृषभ में और केतु वृश्‍चिक में। इस दिन मकर राशि में त्रिग्रही योग रहेंगे। मकर में शनि, मंगल और शुक्र की युति रहेगी। कुंभ में बृहस्पति और बुध ग्रह रहेंगे।
 
 
होलिका दहन मुहूर्त (Holika Dahan Muhurat 2022) :
फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा 17 मार्च दोपहर 1.13 बजे से 18 मार्च दोपहर 1.03 बजे तक रहेगी। 
होलिका दहन एवं पूजा मुहूर्त : 17 मार्च रात्रि 09:21 से 10:31 तक।
निशिता मुहूर्त: रात्रि 11:42 से 12:30 तक रहेगा।
 
अशुभ समय और योग :
राहु काल : मार्च 17 गुरुवार को राहुकाल दोपहर 01:37 से 03:07 तक।
शूल योग : 17 मार्च प्रात: 02:38 AM से 18 मार्च 01:08 AM तक।
यमगण्ड : 06:05:53 से 07:36:05 तक।
भद्रा : दोपहर 01:29 PM से रात्रि 01:12 तक।
भद्रा पूंछ का समय- रात 09.06 मिनट से 10.16 मिनट तक। अत: इस समयावधि में होलिका दहन किया जाता सकता है।  
 
 
होली (धुलेंडी) रंगवाली 18 मार्च 2022 मुहूर्त (Dhulandi Muhurat 2022):
- नक्षत्र : उत्तर फाल्गुनी
- योग : गण्ड
- प्रातः होली पूजा मुहूर्त- 04:53 से 06:04 तक।
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:42 से 12:30 तक।
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02:07 से 02:55 तक।
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 05:56 से 06:20 तक।
- सायाह्न संध्या मुहूर्त: शाम 06:08 से 07:20 तक।
- निशिता मुहूर्त: रात्रि 11:42 से 12:30 तक
- राहुकाल: 10:36 से 12:06 तक।
 
 
रंगपंचमी के मुहूर्त (Rangpanchami Muhurat 2022):
- 22 मार्च 2022 दिन मंगलवार को रंग पंचमी है।
- पंचमी तिथि सुबह 6.50 मिनट से प्रारंभ होकर 23 मार्च 2022 तड़के 4.20 मिनट पर समाप्त होगी।
- अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:41 से दोपहर 12:29 तक।
- विजय मुहूर्त : दोहनर 02:07 से 02:55 तक।
- गोधूलि मुहूर्त : शाम 05:58 से 06:22 तक।
- निशिता मुहूर्त : राशि 11:41 से 12:28 तक।
काम की बातें:
- होलिका दहन को नवविवाहिता, गर्भवती महिला और इस वर्ष बनी मां नहीं देखें।
 
- होलिका दहन के दिन होलिका के साथ भरभोलिये की पूजा करें और उसे अपने भाई के उपर से 7 बार वार कर उसे होली की आग में जला दें।
 
- होली पर रंग खेलने के पूर्व उनक लोगों के यहां रंग डालने और बैठने जरूर जाएं जिनके यहां गमी हो और जिनके घर की पहली होली हो।
 
- होली खेलने के लिए प्राकृतिक रंगों का ही उपयोग करें और हो सके तो सूखे रंगों का इस्तेमाल करें। प्राकृतिक रंगों को घर पर भी बना सकते हैं।
 
- होली पर भांग, ठंडाई को छोड़कर अन्य किसी भी प्रकार का नशा करने से बचें क्योंकि यह पर्व नशे का पर्व नहीं होता है।
 
- होली पर पहले श्रीहरि विष्णु-माता लक्ष्मी, श्रीकृष्ण-राधाजी, शिव-पार्वती और संपदा देवी की पूजा करें इसके बाद ही होली खेलें।
 
- होली पर किसी भी प्रकार के टोने टोटके आदि करने से बचें। शुद्ध सात्विक ज्योतिष के उपाय ही करें।
 
- होली पर गिलकी के पकोड़े, खीर, दही बड़ा, गुजिया सहित कई पकवान खाये जाते हैं।
 
- होली की आग में कपूर, गुड़, गेहूं की बालियां, गन्ना और चने डालने की परंपरा भी है। 
 
- होली के कुछ दिन पहले ही गांव में पशुओं के शरीर पर रंग बिरेंगे टेटू बनाए जाते हैं। उनके सिंगों पर मोर पंख, गले में घुंघरू बांधे जाते हैं। उन्हें सजाकर उनकी पूजा भी की जाती है।
 
- होली पर किसी भी प्रकार की हुड़दंग न करें। नृत्य, गान और लोकगीत की परंपरा का ही पालन करें।
 
- समाज या परिवार में होली मिलन समारोह में सभी लोग एक दूसरे से गले मिलकर मनमुटाव दूर करते हैं और लोग एक दूसरे को मिठाईयां भी देते हैं।