7 मार्च 2016 से शुक्र कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। सौंदर्य, सांसारिक सुख, वैभव, ऐश्वर्य, भोग-विलासिता तथा प्रसिद्धि का ग्रह शुक्र 7 मार्च को मकर से कुंभ राशि में प्रवेश कर गया है। मकर और कुंभ दोनों ही राशियां शुक्र के परम मित्र शनि की हैं। कुंभ राशि में मंगल पहले से ही विराजमान हैं, अतः यहां शुक्र और मंगल की युति भी होगी। शुक्र के इस राशि परिवर्तन से जहां सोने-चांदी के भावों में मामूली उतार-चढ़ाव रहेगा, वहीं खाद्य पदार्थ महंगे होंगे। जमीन-जायदाद के मूल्यों में तेजी आएगी। किसी हवाई या रेल दुर्घटना का भी योग बनेगा।
शुक्र के इस राशि परिवर्तन का कौन-कौन सी राशियों पर क्या-क्या होगा प्रभाव, आइए जानते हैं :-
मेष राशि के जातकों के लिए यह राशि परिवर्तन एकादश भाव में होगा, अतः आय में वृद्धि होगी। कार्य-व्यापार में नए अवसर मिलेंगे तथा अच्छे लाभ की उम्मीद आप कर सकते हैं इस समय। जीवन-साथी के साथ प्रेम में प्रगाढ़ता आएगी और जो लोग अविवाहित हैं, जीवन-साथी की तलाश में हैं या प्रेम की तलाश में हैं, उन्हें अवश्य सफलता मिलेगी। संतान के लिए यह समय बहुत उपयुक्त नहीं है, विशेषकर मेष राशि की गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए।
वृषभ
वृषभ राशि वालों के लिए यह परिवर्तन दशम भाव में हो रहा है। वृषभ वालों के लिए शुक्र लग्नेश भी है अतः जबरदस्त राजयोग का सृजन होगा। यह आपके लिए सूझ-बूझ के साथ पराक्रम में खूब वृद्धि कारक होगा। उच्च वर्ग का सहयोग मिलेगा। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी तथा पुरुषों को स्त्रियों से और स्त्रियों को पुरुषों से बहुत सहयोग मिलेगा। पारिवारिक सुख में भी वृद्धि होगी और परिवार में कोई शुभ कार्य संपन्न होगा।
मिथुन
मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र पंचमेश और द्वादशेश है। यहां शुक्र भाग्य स्थान पर आ रहा है, अतः भाग्य में खूब वृद्धि करेगा साथ ही पराक्रम भी बढ़ाएगा। आपके लिए भाग्य-कर्म का बहुत ही अच्छा संयोग बनेगा और आर्थिक स्थिति खूब सुदृढ़ होगी। धन प्रचुर मात्रा में आएगा। बहुत सुख का अनुभव करेंगे आप। संतान पक्ष से भी बहुत प्रसन्नता होगी और जो लोग किसी शिक्षा-प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं उन्हें अवश्य सफलता मिलेगी।
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए यह राशि परिवर्तन अष्टम भाव में हो रहा है। कर्क वालों के लिए शुक्र आयेश और सुखेश है, अतः इस समय आयभंग और सुखभंग योग का सृजन हो रहा है जिसके कारण पारिवारिक सुख में कमी आएगी और साथ ही आय में भी कमी होगी। इस समय शारीरिक कष्ट भी होगा। पेट के निचले हिस्से या जननेन्द्रियों में कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है। यदि दशा भी शुक्र या शनि की हुई तो समस्या बहुत अधिक होने की संभावना रहेगी इस समय।
सिंह
सिंह राशि वालों के लिए यह गोचर परिवर्तन सप्तम भाव में हो रहा है। कार्य व्यापार में लाभ और उन्नति होगी। मान-सम्मान बढ़ेगा इस समय और उच्च वर्ग से सहयोग मिलेगा। व्यापार की वृद्धि के लिए या नए कार्य को प्रारंभ करने के लिए यह समय उचित होगा। इस समय विपरीत लिंगियों के प्रति आपका रुझान बहुत अधिक बढ़ेगा और कामेच्छा बहुत प्रबल रहेगी। वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए अत्यंत ही उपयुक्त समय है।
कन्या
शुक्र आपके पंचम भाव से छठे भाव में प्रवेश करेंगे जिसके परिणामस्वरूप भाग्य
पक्ष कमजोर हो जाएगा। इस समय आपको अपने भाग्य की अपेक्षा कर्मों पर अधिक विश्वास करना होगा। आय में बहुत कमी होने की संभावना बनेगी तथा खर्च बहुत अधिक होगा। इस समय आप कुछ अनावश्यक खर्च भी करेंगे, जो आपके भोग-विलासिता या किसी व्यसन से संबंधित हो सकता है। आपको स्वयं पर नियंत्रण रखना होगा इस समय।
तुला
यह समय तुला राशि के जातकों के लिए बहुत ही बेहतर होगा। प्रेम करने वालों की तो जैसे लॉटरी ही लग जाएगी। प्रेम संबंध वैवाहिक जीवन में परिवर्तित हो सकता है। सोच इस समय सकारात्मक दिशा में रहेगी। आय में भी अच्छी वृद्धि संभावित है। संतान पक्ष से प्रसन्नता का योग बना हुआ रहेगा। कार्य-व्यापार को बढ़ाने के लिए यह अत्यंत ही उचित समय है।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह परिवर्तन चतुर्थ भाव में होगा। मां के स्वास्थ्य की समस्या उत्पन्न कर सकता है या परिस्थितिवश मां से या अपने घर से दूरी बन सकती है। परंतु इसके अलावा यह अन्य मामलों में बेहद सुखद रहेगा। सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होगी। जमीन-जायदाद से संबंधित कार्य संपन्न होने का योग बनेगा। भूमि-भवन-वाहन खरीदने के लिए यह सही समय होगा। राज्य-सत्ता से संबंधित कार्यों में सफलता मिलेगी।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए यह परिवर्तन तृतीय भाव में हो रहा है। शुक्र के इस राशि परिवर्तन के कारण अपने भाई-बहनों से संबंध प्रगाढ़ होंगे। करीबी और प्रिय मित्रों से मुलाकात होगी। इस समय पराक्रम बहुत बढ़ा-चढ़ा रहेगा। भाग्य भी खूब साथ देगा। धन के मामले में यह समय मध्यम कहा जा सकता है, लेकिन यदि धन संबंधी कोई समस्या होगी तो उसे आप अपने पराक्रम के बल पर सुलझाने में सफल होंगे।
मकर
मकर राशि वालों के लिए शुक्र बेहद सहयोगी बने हुए हैं, अभी तक शुक्र मकर पर ही थे जो अब कुंभ में आ गए। इसके परिणामस्वरूप आय में खूब वृद्धि होगी। वाणी ओजस्वी और प्रभावशाली रहेगी तथा इस समय आप अपनी वाक् पटुता के बल पर अपने बहुत से काम निकालने में समर्थ होंगे। कार्य-व्यापार के लिए बेहद उपयुक्त समय है। शिक्षा में सफलता, नौकरी में सफलता तथा राजनैतिक-सामाजिक कार्यों में सफलता अर्थात् हर कार्य में सफलता का योग बनेगा इस समय।
कुंभ
कुंभ राशि वालों के लिए यह परिवर्तन उनके लग्न पर ही हो रहा है, अतः इसके प्रभाव से बेहद सुख का अनुभव होगा। जीवन साथी से प्रेम में प्रगाढ़ता आएगी। लेकिन यदि कुंडली में भी शुक्र और मंगल की युति है तो इस समय कामुकता भी चरम पर होगी। कुछ लोग अति व्यसन का शिकार हो सकते हैं, अतः अपनी इच्छाओं पर थोड़ा अंकुश रखें। पारिवारिक और व्यक्तिगत सुख के लिए बेहद सहयोगी समय है। भाग्य भी खूब साथ देगा।
मीन
मीन राशि वालों के लिए यह गोचर परिवर्तन द्वादश भाव में हो रहा है। व्यक्तिगत प्रसन्नता के लिए, घूमने-फिरने के लिए तथा मौज मस्ती के लिए खूब धन खर्च कर सकते हैं। मौज-मस्ती के साथ आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता भी पड़ेगी। शत्रु परास्त होंगे और जरूरत के समय अपने सगे-संबंधियों का सहयोग प्राप्त होगा। वैसे इस समय आपका ध्यान अपने नियमित कार्यों से भटक सकता है।
आगे पढ़ें शुक्र के दुष्प्रभाव से बचने के सरल उपाय...
शुक्र के दुष्प्रभावों से बचने के यह हैं उपाय :-
* शुक्र से संबंधी दान जैसे- चावल, दही, दूध, सफेद वस्त्र इत्यादि करें।
* अपने निवास तथा कार्यस्थल को स्वच्छ रखें तथा नियमित स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
* स्त्री जातकों को प्रसन्न रखें।
* शुक्र के कारण यदि बीमारी, बदनामी इत्यादि का भय हो तो शुक्र की वैदिक रीति से शांति कराएं।