Last Modified: नई दिल्ली ,
मंगलवार, 5 जनवरी 2010 (23:30 IST)
रतन टाटा को उत्तराधिकारी की तलाश
नई दिल्ली। टाटा ग्रुप के अध्यक्ष रतन टाटा ने मंगलवार को कहा कि वे अपनी सेवानिवृत्ति की समयसीमा पर कामय हैं, लेकिन वे कार्यालय छोड़ने से पहले उत्तराधिकारी ढूँढ़ लेना चाहेंगे।
टाटा ने कहा कि नैनो पेश करने के बाद मैंने कहा था कि यह सेवानिवृत्त होने का उचित समय होगा। मेरे सेवानिवृत्त होने की वही समयसीमा अब भी है। एक उत्तराधिकारी खोजना मेरी जिम्मेदारी है और ये दोनों काम होंगे।
उल्लेखनीय है कि लखटकिया नैनो पेश करने के बाद टाटा ने सेवानिवृत्त होने की इच्छा जताई थी। वे कह चुके हैं कि उनका उत्तराधिकारी भारत से बाहर का भी हो सकता है।
देश के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानों में से एक टाटा, नमक से लेकर इस्पात व महँगी गाड़ियाँ तक बनाता है। यह समूह 71 अरब डॉलर का है। इस ग्रुप में 98 परिचालन कंपनियाँ हैं, जिनमें 3 लाख 57 हजार कर्मचारी हैं। रतन टाटा पिछले माह 72 साल के हुए हैं और वे 2012 तक कार्यालय में रहेंगे। (भाषा)