यदि आप चाहते हैं कि घर में सुख, शांति और अपार धन समृद्धि का आगमन हो तो आप अपने घर की तस्वीरों पर ध्यान दें। पहले तो आप सभी तरह की नकारात्मक तस्वीरें हटा दें, जैसे ताजमहल का चित्र, अभिनेता या अभिनेत्रियों का चित्र, जंगली जानवरों का चित्र और नकारात्मक पेड़ पौधे के चित्र।
अब हम आपके घर की बात करते हैं। आपके घर में एक शयनकक्ष, एक रसोईघर, एक अध्ययन कक्ष, एक पूजा घर और एक अतिथि कक्ष तो होगा ही। प्रत्येक में मात्र एक-एक ही तस्वीर या चित्र लगाना है। हालांकि हम आपको चित्र तो कई बताएंगे लेकिन आपको चयन करके एक ही लगाना है। माना जाता है कि लगातार खुश रहने और धन की ही कल्पना करते रहने से धन प्राप्ति के सभी मार्ग खुलने लगते हैं। आप धनवान बनने के सपने देखिए।
द्वार या दरवाजा
*घर के द्वार के ऊपर बाहर की ओर गणेशजी की तस्वीर लगाएं। दाएं और बाएं शुभ और लाभ लिखें और द्वार पर वंदरवार लगाएं जिसमें बेलबूटे, नक्काशी या सुंदर चित्र बने हों।
*ध्यान रखें, द्वार के बाहर अपने किसी गुरु या किसी अन्य देवी या देवता का चित्र कदापि न लगाएं। वास्तु अनुसार यह उचित नहीं होता है। मात्र गणेशजी की मूर्ति या उनकी तस्वीर ही लगा सकते हैं।
*द्वार अच्छे से सजा और दो पाट वाला होना चाहिए।
खिड़की
*आपकी खिड़की को भी अच्छे से सजाकर और पर्दे से ढंकी हुई रखे।
*खिड़की के आसपास बेलबुटे वाले चित्र होना चाहिए या रांगोली या मंडने वाली चित्रकारी होना चाहिए।
अतिथि कक्ष
*घर में अतिथि कक्ष में हंस की बड़ी-सी तस्वीर लगाएं जिससे अपार धन समृद्धि की संभावनाएं बढ़ जाएगी।
*इसके अलावा कहीं किसी कोने में धन के ढेर का एक छोटा-सा चित्र भी लगा सकते हैं।
*गृहकलह या वैचारिक मतभेद से बचने के लिए हंसते मुस्कुराते संयुक्त परिवार का चित्र लगाएं।
*यदि आप दूसरों के चित्र न लगाना चाहते हैं तो खुद के ही परिवार के सदस्यों का प्रसन्नचित्त मुद्रा में दक्षिण-पश्चिम दिशा के कोने में एक तस्वीर लगाएं।
*समुद्र किनारे दौड़ते हुए 7 घोड़ों की तस्वीर लगाने के लिए पूर्व दिशा को शुभ माना गया है। यह तस्वीर किसी वस्तुशास्त्री से पूछकर ही लगाएं।
*घोड़ों की तस्वीर न लगाना चाहें तो आप तैरती हुए मछलियों के चित्र भी लगा सकते हैं।
*अतिथि कक्ष में घर के मुखिया की सीट के पीछे पहाड़ या उड़ते हुए पक्षी का चित्र लगा हो। ऐसी तस्वीरों से अत्मविश्वास और मनोबल बढ़ता है।
पूजा घर
*पूजा घर में या घर की उत्तर दिशा की दीवार पर लक्ष्मी या कुबेर की तस्वीर लगा सकते हैं।
*बैठे हुए हनुमानजी का का चित्र लगाने और उनकी ही पूजा करते रहने से सभी तरह के संकट मिट जाते हैं।
*गरुढ़ पर बैठे हुए भगवान विष्णु का माता लक्ष्मी के साथ के चित्र की पूजा करते रहने से धन और समृद्धि बढ़ती है।
*घर में दक्षिण दीवार पर हनुमानजी का लाल रंग का चित्र लगाएं। इसके दो लाभ हैं। पहला यह कि आपका मंगल यदि अशुभ है तो शुभ होने लगेगा और दूसरा यह कि आपके मन में किसी भी प्रकार का भय नहीं रहेगा।
रसोईघर
*रसोईघर में किचन स्टैंड के ऊपर सुंदर फलों और सब्जियों के चित्र लगाएं।
*अन्नपूर्णा माता का चित्र भी लगाएंगे तो घर में बरकत बनी रहेगी।
*जिस घर में रसोईघर दक्षिण-पूर्व यानी आग्नेय कोण में नहीं हो तब वास्तु दोष को दूर करने के लिए रसोई के उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण में सिंदूरी गणेशजी की तस्वीर लगानी चाहिए।
*वास्तु विज्ञान के अनुसार रसोईघर आग्नेय कोण में होना शुभ फलदायी होता है। यदि ऐसा नहीं है तो इससे घर में रहने वाले लोगों की सेहत, खासतौर पर महिलाओं की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। अन्न-धन की भी हानि होती है।
*यदि आपका रसोईघर अग्निकोण में न होते हुए किसी ओर दिशा में बना है तो वहां पर यज्ञ करते हुए ऋषियों की चित्राकृति लगाएं।
अध्ययन कक्ष
*यदि बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता हो तो पढ़ने के कक्ष में मां सरस्वती, वेदव्यास या किसी पढ़ते हुए बच्चे का चित्र लगाएं।
*घर के उत्तर की ओर ही बच्चे का मुंह होना चाहिए और तस्वीरें भी उत्तर की दीवार पर लगी होना चाहिए।
*इसके अलावा किसी हरे तोते का चित्र लगाएं जिससे बच्चे का पढ़ने में तुरंत ही मन लगने लगेगा।
*घर के उत्तर की दीवार पर हरियाली, तोते या चहकते हुए पक्षियों का शुभ चित्र लगाएं। इससे घर के सभी सदस्यों की एकाग्रता बढ़ेगी।
*इसके अलावा मोर, वीणा, कलम, पुस्तक, हंस या मछली के चित्र भी लगा सकते हैं।
*कुल वास्तुकार जंपिंग फिश, डॉल्फिन या मछलियों के जोड़े को लगाने की सलाह भी देते हैं।
*ध्यान रखें, उपरोक्त में से किसी एक का ही चित्र लगाएं।
शयन कक्ष
*यदि पति और पत्नी में तनाव है या किसी कारणवश प्यार का संबंध स्थापित नहीं हो पा रहा है तो आप अपने शयन कक्ष में राधा-कृष्ण का एक सुंदर-सा चित्र लगा सकते हैं।
*यदि आप राधा-कृष्ण का चित्र नहीं लगा सकते हैं तो हंसों के जोड़े का सुंदर-सा मन को भाने वाला चित्र लगा सकते हैं।
*इसके अलावा हिमालय, शंख या बांसुरी के चित्र भी लगा सकते हैं। ध्यान रखें, उपरोक्त में से किसी भी एक का ही चित्र लगाएं।
*यदि शयन कक्ष अग्निकोण में हो तो पूर्व-मध्य दीवार पर शांत समुद्र का चित्र लगाना चाहिए।
*शयन कक्ष के अंदर भूलकर भी पानी से संबंधित चित्र न लगाएं, क्योंकि पानी का चित्र पति-पत्नी और 'वो' की ओर इशारा करता है।
शौचालय
*यदि गलती से आपका शौचालय ईशान कोण में बन गया है तो फिर यह बहुत ही धनहानि और अशांति का कारण बन जाता है। प्राथमिक उपचार के तौर पर उसके बाहर शिकार करते हुए शेर का चित्र लगा दें।
*शौचालय में बैठने की व्यवस्ता यदि दक्षिण या पश्चिम मुखी है तो उचित है।
स्नानघर
*स्नानघर में वास्तुदोष दूर करने के लिए नीले रंग के मग और बाल्टी का उपयोग करना चाहिए।
*स्नानघर में किसी भी तरह की तस्वीर नहीं लगाना चाहिए बल्की उचित दिशा में एक छोटा सा दर्पन होना चाहिए।