मिट्टी के रंग की शुभ-अशुभता से जानिए कहां करें भवन निर्माण...
* मिट्टी का रंग बताएगा भूमि का चयन आपके लिए कितना होगा फलदायी
किसी भी तरह के नए मकान, भवन अथवा फैक्टरी निर्माण के लिए भूमि का चयन करना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है।
जैसा कहा जाता है, अगर किसी परिवार की महिला कुशल, अच्छी और भाग्यवान है तो पूरा परिवार सुखी एवं संपन्न रहता है। ठीक उसी प्रकार अगर किसी भवन की भूमि उत्तम है तो इस पर निर्मित भवन में रहने वाला परिवार सुखी, संपन्न एवं स्वस्थ रहेगा।
इसके लिए यह बहुत जरूरी है कि भूमि का चुनाव वास्तु के नियमों व सिद्धांतों के अनुरूप हो। पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं मिट्टी के रंग से कैसे पहचाने कि यह निर्माण कार्य आपके लिए कितना लाभदायी होगा...
आगे पढ़ें वास्तु टिप्स :
* काली, पीली, सफेद अथवा लाल रंग की मिट्टी किसी भवन अथवा फैक्टरी के लिए परम अनुकूल होती है।
* धूसर और तूलिया खुशबू वाली मिट्टी की जमीन निर्माण के लिए अनुकूल होती है।
* लाल वर्ण की मिट्टी पर किसी भी प्रकार का निर्माण फलीभूत नहीं होता।
* हरे रंग की मिट्टी वाली भूमि पर कोई निर्माण नहीं करना चाहिए।
* सभी प्रकार की दुर्गन्धयुक्त मट्टी वाली भूमि अशुभ होती है और दरिद्रता लाती है।
* अग्नि के रंग की मिट्टी वाली जमीन निर्माण के लिए प्रतिकूल होती है।