रायबरेली जेल का वीडियो वायरल, ऐश करते दिखे कैदी
लखनऊ। उत्तरप्रदेश की रायबरेली जेल को लेकर एक से बढ़कर एक वीडियो वायरल हो रहे हैं उसी की फेहरिस्त में एक वायरल वीडियो और आ गया है जिसकी पुष्टि हम नहीं करते हैं। इस वीडियो में कितनी सत्यता है यह तो जांच का विषय है लेकिन यह वायरल वीडियो कहीं ना कहीं रायबरेली जेल प्रशासन के ऊपर सवालिया निशान जरूर खड़ा करता नजर आ रहा है।
अगर सूत्रों की मानें तो अब तक कई ऐसे वीडियो वायरल हो चुके हैं जिनको लेकर कार्रवाई रायबरेली जेल प्रशासन के कुछ कर्मचारियों पर हो चुकी है लेकिन कहीं न कहीं अब और वीडियो जो सामने आ रहे हैं उनको लेकर कुछ लोगों का कहना है कि यह वही कैदी हैं जो पिछले वीडियो में भी दिखाई दे रहे हैं। कहीं ना कहीं इन्हें जेल में खुली आजादी नहीं मिल रही है इसलिए यह कारनामे कर रहे हैं लेकिन सवाल यह उठता है कि यह वीडियो बनाने के लिए इन्हें मोबाइल मुहैया कौन करा रहा है और कौन शख्स है जो वीडियो बनाकर इसको सोशल मीडिया पर वायरल कर रहा है जिसको लेकर कहीं न कहीं रायबरेली का जेल प्रशासन कटघरे में खड़ा होता नजर आ रहा है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार जो वीडियो इस बार वायरल हो रहा है उसमें कैदी अजीत चौबे और अंशू दीक्षित मुख्य रूप से दिख रहे हैं। वीडियो किसी तीसरे शख्स ने बनाया है। अजीत चौबे पानी वाली दाल, बेरंगी सब्जी और पापड़ सरीखी रोटियां दिखाता है।
अजीत के अनुसार जेल के भीतर कैंटीन नहीं बल्कि होटल संचालित हो रहा है। यहां बंद 1100 से ज्यादा बंदियों व कैदियों को गुणवत्ताविहीन खाना परोसा जा रहा है। जिसकी वजह से एक हजार कैदी खाना खरीदकर खा रहे हैं। जेल में 25 रुपए की सब्जी, इतने का ही आलू का पराठा और 20 रुपए का रसगुल्ला दिया जाता है। कमाई का हिसाब-किताब भी समझाया गया।
अजीत के मुताबिक खाने का आंकड़ा ले लें तो एक पराठा एक हजार कैदी खाते हैं मतलब कुल कमाई 25 हजार की। ऐसे ही रसगुल्ले में 20 हजार की। ये सारा पैसा जेल प्रशासन आपस में बांट लेता है। इस वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि यह रायबरेली जेल प्रशासन को वीडियो के जरिए कठघरे में खड़ा कर रहे हैं।