2020 के माघ मेले के लिए रेलवे ने कमर कसी, चलेंगी 160 स्पेशल ट्रेनें
प्रयागराज। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में होने वाले 2020 के माघ मेले के लिए जहां जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं तो वहीं प्रयागराज के माघ मेले के आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार के दिक्कत न हो, इसके मद्देनजर रेलवे ने भी कमर कस ली है।
160 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी : माघ मेले के दौरान प्रमुख स्नान तिथियों पर 160 स्पेशल ट्रेनें चलाए जाने की योजना बनाई गई है और अगर 160 स्पेशल ट्रेनों से भी आवागमन में दिक्कत होती है तो और ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की बात कही गई है। स्टेशनों पर पेयजल की व्यवस्था, टिकट काउंटर, पूछताछ केंद्र, खानपान स्टॉल, ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी रेलवे माघ मेले की तैयारी में जुटा है।
6 स्नान पर्व, पहला 10 जनवरी और अंतिम 21 फरवरी को : मेले के दौरान कुल 6 स्नान पर्व हैं। पहला स्नान पर्व 10 जनवरी और अंतिम 21 फरवरी (महाशिवरात्रि) को रहेगा। इसके मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे की मदद से इलाहाबाद जंक्शन, इलाहाबाद छिवकी, सूबेदारगंज, प्रयाग घाट, प्रयाग जंक्शन, इलाहाबाद सिटी, झूंसी स्टेशन पर यात्रियों और श्रद्धालुओं के आवागमन पर पैनी नजर रखी जाएगी, साथ ही इलाहाबाद मंडल के अलावा वाराणसी और लखनऊ मंडल इत्यादि जगह से भी स्पेशल ट्रेनों का संचालन रेलवे करने की तैयारी कर रहा है।
जनवरी 2020 में होगी माघ मेले की शुरुआत : गौरतलब है कि जनवरी 2020 में माघ मेले की शुरुआत होनी है। इस दौरान पूरे 2 माह तक प्रयागराज में दूरदराज से लोग स्नान करने के लिए आएंगे। लेकिन माघ मेले के पौष पूर्णिमा 10 जनवरी, मकर संक्रांति 15 जनवरी, मौनी अमावस्या 24 जनवरी, बसंत पंचमी 30 जनवरी, माघी पूर्णिमा 9 फरवरी, महाशिवरात्रि 21 फरवरी इन कुछ तिथियां पर लाखों श्रद्धालु स्नान करने आएंगे जिसके चलते रेलवे द्वारा विशेष इंतजाम किए गए हैं।
महाशिवरात्रि पर स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी : 'वेबदुनिया' से बातचीत करते हुए नॉर्थ सेंट्रल-रेलवे के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि पौष पूर्णिमा पर 20, मकर संक्रांति पर 20, बसंत पंचमी पर 35, माघी पूर्णिमा पर 25 और महाशिवरात्रि पर 20 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी।
बुकिंग काउंटर और पूछताछ केंद्र खोलेंगे : मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेला क्षेत्र में बुकिंग काउंटर और पूछताछ केंद्र भी खोला जाएगा। मेला क्षेत्र में यात्रियों को अनारक्षित टिकटों की सुविधा के लिए हैंड हेड मशीनें मौजूद रहेंगी जबकि स्टेशनों पर ट्रेनों की जानकारी के लिए मल्टी लैंगुवल अनाउंसमेंट की भी व्यवस्था रहेगी।