यूपी में रहस्यमय बुखार से मौतों का सिलसिला जारी, फिरोजाबाद में 10 दिनों में 39 की मौत, बच्चों को जकड़ रहा है डेंगू
कोरोना अभी पूरी तरह खत्म भी नही हुआ है, इसी बीच रहस्यमय बुखार ने बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया है। इस रहस्यमयी बुखार की चपेट में सबसे पहले उत्तर प्रदेश आया है, जहां इसका शिकार नौनिहाल हो रहे हैं। प्रदेश के 6 जिलों में इसका प्रकोप अधिक देखने को मिल रहा है।
रहस्यमय बुखार की चपेट में आकर बच्चे न सिर्फ बीमार पड़ रहे हैं, बल्कि दम भी तोड़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में अब तक बच्चों की मौत का आंकड़ा लगभग 50 पर पहुंच गया है। डॉक्टरों के मुताबिक यह बुखार डेंगू है, जो जानलेवा साबित हो रहा है। यूपी के फिरोजाबाद में डेंगू ने पैर पसार लिए हैं। यहां विगत 10 दिनों में 32 बच्चों समेत 39 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि मथुरा में 10 बच्चों की मौत हुई है।
आगरा मेडिकल कॉलेज अलर्ट मोड पर : आगरा मेडिकल कॉलेज डेंगू बुखार को लेकर अलर्ट मोड पर आ गया है, आगरा मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल ने फिरोजाबाद में बिगड़ती हालत को संभालने के लिए डाक्टरों की टीम भेजी है। जिसमें 3 सीनियर रेजीडेंट डाक्टर, 2 जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर, 1 सीनियर मेडिसिन डॉक्टर शामिल है।
फिरोजाबाद, मथुरा और आगरा विशेष तौर पर डेंगू के अलर्ट है। आगरा मेडिकल कॉलेज में फिरोजाबाद के 9, मथुरा के 2 और आगरा के विभिन्न क्षेत्रों से आए 5 डेंगू ग्रस्त बच्चों का उपचार चल रहा है। आगरा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि तेज बुखार के साथ प्लेटलेट्स कम हो रहे हैं, ऐसा डेंगू में होता है। इसलिए आगरा मेडिकल कॉलेज भी फिरोजाबाद को आवश्यकता अनुसार प्लेटलेट्स उपलब्ध करवा रहा है।
फिरोजाबाद में स्कूल बंद : फिरोजाबाद में डेंगू के बुखार के चलते कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूल 6 सितंबर तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने खुद फिरोजाबाद जाकर सोमवार को स्थिति का निरीक्षण किया था और बुखार पीड़ित बच्चों के परिजनों से बातचीत भी की थी। मुख्यमंत्री ने डेंगू और वायरल के मामलों की शासन स्तर पर जांच कराने के निर्देश दिए हैं और साथ ही मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं।
फिरोजाबाद के सीएमओ को हटाया : मुख्यमंत्री योगी ने डेंगू के पैर पसारने और स्वास्थ्य विभाग को उदासीन व लापरवाही बरतने के मामले में फिरोजाबाद से सीएमओ हटा दिया है।
वेस्ट यूपी के मेरठ, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, बागपत, बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद, हापुड़, कासंगज जिलों में वायरल और डेंगू ने पैर पसार लिए हैं। इसके साथ की कुछ जिलों में मरीजों की मौतें भी हुई हैं। मेरठ मंडल के अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. राजकुमार का कहना है कि हमारे यहां बुखार से मौत का कोई मामला अभी तक सामने नही आया है। 7 मामले डेंगू के मिले हैं और अधिकांशत: वायरल फीवर के हैं।
मेरठ जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग और संचारी रोग अभियान में लगी सभी टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। मौसमी बीमारियों को कंट्रोल करने के लिए सभी विभागों से संचारी रोग नियत्रंण की तरह सहयोग की मांग की गई है।
गांवों में विशेष तौर पर आशा, आंगनबाड़ी और हेल्थ वर्कर घर-घर जाकर लोगों को मच्छर जनित रोग डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया बुखार के प्रति जागरूक कर रही हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि जिन बच्चों में डेंगू का प्रकोप पाया गया है, उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है। वहीं इस बुखार पर लखनऊ से सीधे मुख्यमंत्री अपनी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने तमाम प्रदेश के जिलों को डेंगू से निपटने के लिए उचित कदम उठाने के आदेश दिए हैं।