ज्ञानवापी में नमाज से पहले वजू करने के लिए प्रशासन ने पानी और लोटे की करवाई व्यवस्था
वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद में सामान्य दिनों की अपेक्षा आज जुमे की नमाज पढ़ने के लिए ज्यादा तादाद में लोग पहुंच गए। हालांकि अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी को पहले ही इल्म रहा होगा कि जुमे की नमाज पढ़ने ज्यादा नमाजी आएंगे, इसलिए उसने एक पत्र जारी कर नमाजियों को ज्ञानवापी मस्जिद में कम से कम आने की गुजारिश की।
अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने कहा कि नमाजियों से अपील की कि जुमे की नमाज के लिए लोग कम तादाद में ज्ञानवापी मस्जिद आएं। अपने आसपास के क्षेत्र में नमाज अदा करें। लेकिन कमेटी की इस अपील का खास असर नहीं आया। बड़ी संख्या में नमाज पढ़ने के लिए लोग ज्ञानवापी पहुंच गए।
मस्जिद के अंदर जगह न होने के कारण विश्वनाथ धाम के गेट नंबर 4 के बाहर भीड़ लग गई। मस्जिद कमेटी ने व्यवस्था बनाने के लिए नमाजियों को लौटाते हुए गेट बंद कर दिया। नमाजियों को लौटाने और गेट बंद होने की स्थिति में मस्जिद के बाहर कुछ समय के लिए गहमागहमी की स्थिति रही, वहीं पुलिस सुरक्षा के मद्दनेजर फोर्स बढ़ा दी गई।
ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग होने के संकेत के चलते यहां मौजूद वजूखाने को सील कर दिया गया है। वाराणसी के सिविल जज के आदेश पर वजूखाने को सील किया गया है। वजूखाना सील होने के बाद शुक्रवार को जुमे की पहली नमाज ज्ञानवापी मस्जिद में अदा करवाना पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती थी।
नमाज अदा करने के लिए सामान्य दिनों से अधिक नमाजी मस्जिद में आएंगे, वजूखाना और शौचालय सील है, वजू के लिए पानी कहां से आएगा, यह चिंता प्रशासन को थी। जुमे की नमाज के समय शहर में शांति रहे, इसके लिए प्रशासन ने मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं के साथ शांति बैठक भी की।
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने इसका हल निकालते हुए शुक्रवार को ज्ञानवापी में जुमे की नमाज से पहले वजू करने के लिए मस्जिद में 2 ड्रम पानी और 50 लोटों की व्यवस्था करवा दी ताकि यहां आने वाले नमाजी पानी की वजह से परेशान न हों। ज्ञानवापी में और दिनों की अपेक्षा आज 1,000 लोग अधिक पहुंच गए जिन्हें वापस लौटा दिया गया।