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Last Modified: बलिया , गुरुवार, 2 मार्च 2017 (15:26 IST)

कोई काम न करना ही मोदी का सबसे बड़ा कारनामा : अखिलेश

अखिलेश यादव
बलिया। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 'काम नहीं, कारनामे बोलते हैं' के सवाल पर घेरने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जवाब देते हुए कहा कि कोई काम न करना ही मोदी का सबसे बड़ा कारनामा है।
 
अखिलेश ने नगरा क्षेत्र में सपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में कहा कि मोदीजी हमारे कारनामे बताते हैं लेकिन उन्होंने अपने काम का अब तक कोई हिसाब-किताब नहीं दिया। मोदी विकास पर बहस करने से भाग रहे हैं। दरअसल, कोई काम न करना ही मोदी का सबसे बड़ा कारनामा है। अगर वे हमारे कारनामे को देखना चाहते हैं तो आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर आइए, जो हमने बनाया है।
 
सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में बिजली आपूर्ति में भेदभाव का आरोप लगाने वाले प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में 24 घंटे बिजली आने को लेकर अब तक गंगा मैया की कसम नहीं खाई है। इसका मतलब है कि वे इस सवाल पर लड़ाई नहीं लड़ पा रहे हैं।
 
उन्होंने मोदी को 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' की व्यावहारिकता के मामले पर घेरते हुए कहा कि मोदी अपनी हर सभा में कह रहे हैं कि उन्होंने गरीब महिलाओं को रसोई गैस सिलेंडर और चूल्हा दिया है यह सच है, लेकिन गरीबों ने सिलेंडर और चूल्हा इस्तेमाल करने की बजाय अलमारी में रख लिया है, यह सोचकर कि जब बेटी की या घर में किसी और की शादी होगी तो दहेज में दे देंगे।
 
अखिलेश ने कहा कि सवाल यह है कि आपने बहुत गैस चूल्हा दे दिया, मगर बताइए कि सिलेंडर की कीमत लगातार क्यों बढ़ा रहे हैं और आप गरीबों को कितने मुफ्त सिलेंडर देंगे? अगर गरीबों को कभी सिलेंडर की जरूरत पड़ गई तो बताओ, क्या दोगे?
 
सपा अध्यक्ष ने बसपा मुखिया मायावती पर भी प्रहार करते हुए कहा कि पत्थर वाली सरकार की नेता जब लिखा हुआ भाषण पढ़ती हैं तो कुर्सियों पर बैठी जनता सो जाती है। मायावती अब कह रही हैं कि वे स्मारक नहीं बनवाएंगी, मगर उन पर कौन भरोसा करेगा? उन्होंने तो अपने जीते-जी अपनी पत्थर की मूर्ति लगवा ली। अपनी नाक, कान, मुंह पत्थर का कर लिया, नकदी वाला बैग भी पत्थर का कर लिया। वैसे तो कहने को वे हमारी बुआ हैं, लेकिन भाजपा से कब मिल जाएं और रक्षाबंधन मना लें, यह पता नहीं।
 
अखिलेश ने बलिया समेत पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा सड़कें बनाने का दावा करते हुए कहा कि हमारी मत मानो, आप सरकारी आंकड़े निकाल लो, अगर किसी ने सड़कें बनाई हैं तो समाजवादी सरकार ने ही बनाई हैं। यह अलग बात है कि ठेका कोई पा ले, हमारी मुश्किल तो यह है कि जिन्होंने ठेका पाया उन्हीं से हमारे प्रत्याशी को लड़ना पड़ रहा है।
 
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि ठेका दिलाने वाले अब चले गए। अब तो उनकी जोड़ी बन गई होगी। सोचो बुआ के यहां गए होंगे तो उन्होंने घुटनों के बल बैठाया ही होगा, रेंगते हुए गए होंगे। हमने तो सुना है कि जो उनके दल से निकलकर आता है, वह बताता है कि बुआजी बिना नकदी लिए टिकट नहीं देती हैं। जिन्होंने कमाया, जिन्होंने दिलाया, वो खर्चा करके हमारी बुआ के यहां चले गए। 
 
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री का यह तंज सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए गए अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव की तरफ था, क्योंकि बसपा मुखिया मायावती अपनी हर रैली में उनके प्रति हमदर्दी जताती पाई जाती हैं। (भाषा)