ओलंपिक में 1 दिन में भारत ने जीते 2 मेडल, यह 5 रिकॉर्ड बने पहली बार
टोक्यो ओलंपिक में आज बहुत कुछ पहली बार हुआ। यह एक सपना ही है कि भारत ने किसी ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया है। शुरुआत के पहले दिन मीराबाई चानू ने भारत को सिल्वर मेडल दिलवाया तो अंत में पहलवान पुनिया के दांव पेच और नीरज चोपड़ा का भाला सही जगह लगा। देखते हैं आज भारत के लिए ओलंपिक के दिन क्या क्या पहली बार हुआ।
1) भारत पहली बार ओलंपिक में एक दिन में दो मेडल जीता। पहले बजरंग पुनिया ने कजाकिस्तान के पहलवान को 8-0 से हराया और अंत में शनिवार के स्टार रहे नीरज चोपड़ा जिन्होंने पहले दो प्रयास में 87 मीटर तक भाला फेंका। उनकी बराबरी आज जैवलिन थ्रो में कोई नहीं कर पाया। उनमें और सिल्वर मेडलिस्ट में 1 मीटर का अंतर रहा। पहली बार ऐसा हुआ है कि एक ही राज्य के दो खिलाड़ियों ने एक ही दिन में ओलंपिक में मेडल जीता हो। आज भारत का तिरंगा दो बार पोडियम पर लहराने वाले खिलाड़ी हरियाणा से हैं।
2) ऐसा पहली बार हुआ जब ओलंपिक में भारत के उद्घाटन समारोह और समापन समारोह के ध्वजवाहक ने मेडल जीता हो। उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक हॉकी के कप्तान मनप्रीत सिंह थे, जिन्होंने अपनी कप्तानी में पुरुष हॉकी टीम को ब्रोन्ज जिताया। हालांकि उनके साथ ध्वज लेकर चल रही मैरी कॉम मेडल जीतने में नाकाम रही। समापन समारोह में भारत के ध्वजवाहक बजरंग पुनिया होंगे जो आज कजाकिस्तान के पहलवान को हराकर कांस्य पदक जीत चुके हैं।
3) पहली बार भारत ने एथलेटिक्स में अपना खाता खोला। करीब 100 से ज्यादा सालों के इतिहास में भारत एथलेटिक्स में मेडल पाने के लिए तरस रहा था। पीटी उषा चूकी, मिल्खा सिंह चूके, अंजू बॉबी जॉर्ज लौंग जंप में चूकी। लेकिन आज सूबेदार नीरज चोपड़ा नहीं चूके।
4) पहली बार ऐसा हुआ है कि भारत ने ओलंपिक के पहले दिन और अंतिम दिन मेडल जीता हो। पहले दिन मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में सफलता दिलाई थी और अंतिम दिन तो बजरंग पुनिया और नीरज चोपड़ा दोनों ने मेडल दिलाए।
5) पहली बार ऐसा हुआ है कि भारत ने तीनों तरह के मेडल ओलंपिक में जीते हों। इससे पहले लंदन 2012 में भारत ने 2 रजत और 4 कांस्य पदक जीते थे और बीजिंग 2008 में भारत ने 1 स्वर्ण और 2 रजत पदक जीते थे। यह ओलंपिक में पहला मौका है जब भारत ने स्वर्ण, रजत और कांस्य तीनों पदक जीते हों। (वेबदुनिया डेस्क)