वरुण चक्रवर्ती चोटिल हुए तो अश्विन को मिला मौका, 4 साल बाद शामिल हुए टी-20 की प्लेइंग 11 में
अबुधाबी:चोटों से जूझते रहे भारतीय स्पिनर वरूण चक्रवर्ती पूरी तरह से फिट नहीं होने के कारण बुधवार को यहां अफगानिस्तान के खिलाफ आईसीसी टी20 विश्व कप मुकाबले से बाहर हो गए।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने बयान में कहा, वरूण चक्रवर्ती के बाएं पैर की पिंडली में चोट है। वह इस मैच में चयन के लिए उपलब्ध नहीं था।
चक्रवर्ती टी20 विश्व कप के दो मैचों में एक भी विकेट नहीं चटका पाए। चोटिल नहीं होने की स्थिति में भी उन्हें अंतिम एकादश में जगह मिलने की संभावना नहीं थी क्योंकि पाकिस्तान और न्यूजीलैंड दोनों ही टीमों के बल्लेबाजों को उनका सामना करने में कोई परेशानी नहीं हुई।
वरुण चक्रवर्ती की फिटनेस तो खैर आज जवाब दे गई लेकिन उनके फॉर्म से भी टीम मैनेजमेंट काफी खफा था। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दो मुकाबलों में वह एक भी विकेट नहीं निकाल पाए थे। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 4 ओवर में 33 रन लुटाए। वहीं न्यूजीलैंड के सामने थोड़े किफायती रहे लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। चक्रवर्ती ने 4 ओवर में 23 रन दिए।
कहते हैं एक का नुकसान दूसके का फायदा होता है। ऐसा ही कुछ हुआ आर अश्विन के साथ। अपना पिछला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला जून में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के रूप में खेलने वाले रविचंद्रन अश्विन को अंतत: साढ़े चार महीने बाद अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका मिला।
अश्विन चार साल बाद सीमित ओवरों का मुकाबला खेल रहे हैं। वह भारत की ओर से सीमित ओवरों का पिछला मुकाबला 2017 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले थे।
रविचंद्रन अश्विन ने भारत के लिए टी-20 विश्वकप में अब तक सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं। उन्होंने 3 विश्वकप के 15 मैचों में टीम इंडिया के लिए 16.70 की औसत से 20 विकेट लिए हैं।
2012 से 2016 के टी-20 विश्वकप में उनकी इकॉनोमी भी ठीक रही है। उन्होंने सिर्फ 6.18 की इकॉनोमी से रन दिए हैं। टी-20 विश्वकप में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11 रन देकर 4 विकेट लेना रहा। टी-20 विश्वकप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में वह 15वें पायदान पर हैं। और वर्तमान दल में विकटों के मामले में कोई भी भारतीय गेंदबाज उनके आस पास नहीं है। उन्होंने 46 टी20 मैचों में 52 विकेट लिये हैं।