मुंबई। विदेशी बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच स्थानीय स्तर पर ऑटो, एफएमसीजी तथा दवा कंपनियों के शेयरों में लिवाली से घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने में कामयाब रहे।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पूरे दिन उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: गत दिवस की तुलना में 0.19 प्रतिशत यानी 60.23 अंक की बढ़त में अब तक के उच्चतम स्तर 32,575.17 अंक पर बंद हुआ। इस पर तेल एवं गैस क्षेत्र की कंपनियों के साथ ही बैंकिंग का भी दबाव रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी दोपहर के पहले के कुछ अंतराल को छोड़कर पूरे दिन हरे निशान में रहा। कारोबार की समाप्ति पर यह गत दिवस के मुकाबले 0.37 प्रतिशत चढ़कर पहली बार 10,100 अंक के पार 10,114.65 अंक पर बंद हुआ।
मजबूत निवेश धारणा और एशियाई बाजारों के सकारात्मक संकेतों के दम पर सेंसेक्स 64.86 अंक की तेजी में 32,579.80 अंक पर खुला। हालांकि बैंकों के शेयरों पर दबाव के कारण कुछ ही देर में यह लाल निशान में चला गया। रिलायंस और ओएनजीसी जैसी तेल एवं गैस क्षेत्र की कंपनी ने भी बाजार पर दबाव बनाया।
पूरे दिन सेंसेक्स कभी लाल तो कभी हरे निशान में रहा। इस दौरान इसका दिवस का निचला स्तर 32,462.25 अंक रहा। कारोबार की समाप्ति से ठीक पहले 60.23 अंक की बढ़त में यह 32,575.17 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 में से 19 कंपनियां हरे निशान में रहीं। शेष 11 के शेयर गिरावट में बंद हुए। सबसे ज्यादा 2.05 प्रतिशत की तेजी हीरो मोटोकॉर्प में देखी गई। मारुति सुजुकी और विप्रो के शेयर लगभग दो प्रतिशत चढ़े। सबसे ज्यादा 1.36 प्रतिशत की गिरावट ल्युपिन में रही।
निफ्टी का ग्राफ सेंसेक्स से अलग रहा। यह 23.95 अंक की तेजी में 10,101.05 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 10,065.75 अंक के दिवस के निचले और 10,128.60 अंक के उच्चतम स्तर को छूता हुआ यह गत दिवस के मुकाबले 37.55 अंक की बढ़त में 10,114.65 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में कुल 2,839 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,620 में गिरावट और 1,055 बढ़त में रहे जबकि 164 में कोई बदलाव नहीं हुआ। मझौली कंपनियों में बड़ी कंपनियों के मुकाबले निवेशक ज्यादा लिवाल रहे जबकि छोटी कंपनियों में उन्होंने बिकवाली की। बीएसई का मिडकैप 0.45 प्रतिशत चढ़कर 15,458.31 अंक पर और स्मॉलकैप 0.12 प्रतिशत फिसलकर 16,074.83 अंक पर रहा। (वार्ता)