कोलकाता: भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा कि टीम घरेलू सरजमीं पर एएफसी एशिया कप खेलना पसंद करेगी और साथ ही इस स्टार फॉरवर्ड ने माना कि वह 37 साल की उम्र में फॉर्म के शिखर पर हैं।भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ने मंगलवार की रात हांगकांग को 4-0 से हराकर 2023 एएफसी एशियाई कप फाइनल्स के लिये क्वालीफाई किया और इस मुकाबले के लिये सॉल्ट लेक स्टेडियम भरा हुआ था।
तेज बारिश के बावजूद अंतिम क्वालीफाइंग मैच में इतने दर्शकों की उपस्थति से प्रभावित छेत्री ने भारत में फाइनल्स खेलने की इच्छा जाहिर की।भारत ने इतिहास में पहली बार लगातार दूसरी बार एशियाई कप के लिये क्वालीफाई किया। उन्होंने कहा, हम जिस तरह की फॉर्म में हैं, हम घरेलू मैदान पर खेलना पसंद करेंगे। जिस तरह से दर्शक मैच देखने आ रहे हैं और हमारा समर्थन कर रहे हैं, उसे देखते हुए यहां खेलना शानदार होगा।
एशियाई कप फाइनल्स अगले साल चीन में होना था, लेकिन देश में कोविड-19 हालात को देखते हुए उसने मेजबानी से हटने का फैसला किया था।भारत ने एशियाई कप के तीसरे दौर के क्वालीफायर में कंबोडिया और अफगानिस्तान पर जीत के बाद ग्रुप डी में हांगकांग पर शानदार जीत दर्ज की।
सभी मैच सॉल्ट लेक स्टेडियम में खेले गये, जहां भारत दो साल से ज्यादा समय बाद खेल रहा था।छेत्री ने तीन मैच का अभियान खत्म होने के बाद राष्ट्रीय टीम में उभरते हुए युवाओं की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, बच्चे शानदार हैं, वे बच्चे कहने के लिये शायद मुझे (हंसते हुए) मार ही डालेंगे, लड़के शानदार हैं। हमारे ड्रेसिंग रूम में सीनियर और जूनियर खिलाड़ियों का सही संयोजन हैं।
छेत्री ने कहा, टीम में लिस्टन कोलासो और सुरेश वांगजाम के साथ आकाश मिश्रा और रोशन सिंह शानदार हैं।उन्होंने कहा, हां, काफी युवा खिलाड़ी आ रहे हैं और इशान पंडिता ट्रेनिंग में शानदार हैं और आज उसका प्रदर्शन आपने देखा। इशान ओर सहल (अब्दुल समद) दो खिलाड़ी हैं जो इस तरह के प्रदर्शन के हकदार हैं।
छेत्री ने मैच में दूसरा गोल दागा था जबकि अनवर अली, मनवीर सिंह और इशान पंडिता ने भी स्कोरशीट में अपने नाम लिखवाये।छेत्री 2011 और 2019 के बाद अपने तीसरे एशियाई कप टूर्नामेंट के फाइनल्स में खेलने को तैयार हैं।वह 37 वर्ष के हो चुके हैं लेकिन इस स्ट्राइकर को लगता है कि वह अब अपनी फॉर्म के शिखर पर हैं।
उन्होंने कहा, अब मैं फॉर्म के शिखर में पहुंच रहा हूं। पिछला एशियाई कप बीत चुका है। हम कड़ी मेहनत करना चाहते हैं। यह मायने नहीं रखता कि अगले बड़े टूर्नामेंट में मैं खेलूंगा या किसी और को मौका मिलेगा लेकिन भारत को एशियाई कप में होना चाहिए। मैं पहले ही यह कह चुका हूं।
इस करिश्माई स्ट्राइकर ने कहा, बतौर देश यह हमारे लिये काफी जरूरी है कि हम एशियाई कप में बने रहें ताकि हम भारत में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधा लड़ाते रहे जो अकसर नहीं होता है। इससे हमें टूर्नामेंट की तैयारियों के लिये बेहतर रैंकिंग पर काबिज प्रतिद्वंद्वियों से मैत्री मैच खेलने के मौके मिलेंगे।
(भाषा)