• Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. समाचार
  4. राफेल नडाल अपने पहले एटीपी फाइनल्स खिताब से फिर चूके
Written By
Last Modified: शनिवार, 16 नवंबर 2019 (17:14 IST)

राफेल नडाल अपने पहले एटीपी फाइनल्स खिताब से फिर चूके

Rafael Nadal | राफेल नडाल अपने पहले एटीपी फाइनल्स खिताब से फिर चूके
लंदन। स्पेन के राफेल नडाल का करियर में पहली बार एटीपी फाइनल्स टेनिस टूर्नामेंट खिताब जीतने का सपना इस वर्ष भी चकनाचूर हो गया, जहां ग्रुप में बचा आखिरी सेमीफाइनल स्थान गत चैंपियन जर्मनी के एलेक्सांद्र ज्वेरेव ने अपने नाम कर लिया।

नडाल ने लंदन के ओ2 एरेना में अपने मुकाबले में स्टेफानोस सितसिपास को 6-7 (4-7), 6-4, 7-5 से पराजित किया था, लेकिन ग्रुप से अंतिम-चार में पहुंचने के एकमात्र स्थान के लिए दानिल मेदवेदेव और ज्वेरेव के बीच हुए मुकाबले में जर्मन खिलाड़ी की हार ज़रूरी थी, लेकिन इससे उलट गत चैंपियन ज्वेरेव ने मेदवेदेव को 6-4, 7-6 (7-4) से पराजित कर यह स्थान अपने नाम किया और स्पेनिश स्टार को बाहर होना पड़ गया।

सितसिपास का अब सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए मुकाबला फेडरर से होगा। स्विस खिलाड़ी अपने करियर के सातवें एटीपी खिताब के लिए खेल रहे हैं। वहीं जर्मन खिलाड़ी का अब मुकाबला ऑस्ट्रिया के डॉमिनिक थिएम से होगा।

नडाल हालांकि पांचवीं बार वर्ष का समापन अपनी नंबर एक रैंकिंग के साथ करेंगे और इस मामले में उन्होंने फेडरर और नोवाक जोकोविच की बराबरी कर ली है। 33 वर्षीय स्पेनिश खिलाड़ी को एक बार फिर उनकी नंबर एक रैंकिंग पर बने रहने के लिए ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया, लेकिन ज्वेरेव की ग्रुप के अन्य मैच में जीत से उनका टूर्नामेंट में सफर समाप्त हो गया।

19 बार के ग्रैंड स्लेम चैंपियन नडाल अब फेडरर से एक कदम पीछे हैं, उन्होंने इस वर्ष रिकॉर्ड 12वीं बार फ्रेंच ओपन और चौथी बार यूएस ओपन खिताब जीता था। नडाल ने कहा, ग्रैंड स्लेम जीतने के लिए आपको निरंतर अच्छा खेलने की जरूरत होती है लेकिन आप किसी से तुलना नहीं कर सकते हैं। ग्रैंड स्लेम जीतने का अहसास ही अलग होता है, लेकिन वर्ष का समापन दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी के तौर पर करना भी खास अहसास है।

नडाल का यह वर्ष काफी सफल रहा है जिसमें उन्होंने चार खिताब और 2 मास्टर्स खिताब अपने नाम किए हैं। वे करियर में दूसरी बार किसी सत्र के चारों ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंटों के सेमीफाइनल में भी पहुंचे। हालांकि जांघ और घुटने की चोट के कारण उन्हें काफी परेशानी भी झेलनी पड़ी और वे शंघाई मास्टर्स में उतर नहीं सके, जबकि पेरिस मास्टर्स से बीच में ही उन्हें हटना पड़ा।
(Photo courtesy: Twitter)
ये भी पढ़ें
राष्ट्रीय शॉटगन निशानेबाजी चैम्पियनशिप में होंगी बाजवा और मेराज पर खास नजर