पूरा देश इस वक्त एक चुनौती का सामना कर रहा और वह है कोरोना। इस संक्रमण से बचने की पहली शर्त है सामाजिक दूरी और लॉकडाउन का पालन करना और खुद को अपने घर में रखना। लेकिन हर वक्त यह समझना कि लॉकडाउन है, हम घर में कैद हैं और यह एक कठिन समय है। हां, वाकई यह एक कठिन समय है लेकिन इस कठिन समय को हम नकारात्मकता के साथ देखेंगे तो यह और कठिन बन जाएगा। जरा सोचिए कि हमारे पास ऐसी बहुत-सी चीजें हैं, जो इन सब से परे है और विश्वास रखें कि सब कुछ लॉकडाउन नहीं है।
परिवार के साथ समय family time
यह समय बेहद खूबसूरत है। इस वक्त आप अपनों के साथ हैं और उनके साथ समय बिता रहे हैं। अपने बच्चों की प्यारी-प्यारी बातें सुन रहे हैं। कभी आपने इस बात की कल्पना की थी कि ऐसा भी एक दिन आएगा, जब आप अपने परिवार को इतना समय दे पाएंगे? तो इस बात को अपने मन से निकाल दीजिए कि सब कुछ लॉकडाउन है।
नेकी (kindness) लॉकडाउन नहीं है
इस वक्त ऐसे कई लोग हैं, जो बहुत परेशान हैं। उन्हें खुद और अपने परिवार के लिए भोजन की व्यवस्था करना ही बेहद कठिन लग रहा है। जरा उनके बारे में सोचिए व उनकी मदद कीजिए। इस समय उनको आपकी सहायता की जरूरत है। उनकी मदद कीजिए नेकी kindness पर रोक नहीं है।
रचनात्मकता creativity
इस समय का भरपूर उपयोग कीजिए। खुद को creative बनाएं। नई-नई चीजों के बारे में सोचें। यह समय आपकी इच्छा की पूर्ति के लिए मिला। लॉकडाउन को एक अवसर के रूप में लीजिए। यह वह समय है जिस समय का उपयोग आप कुछ रचनात्मक करने के लिए करना चाहते थे।
सीखने पर नहीं है रोक
कहते हैं कि सीखना कभी बंद नहीं करना चाहिए। हर व्यक्ति किसी-न-किसी से कुछ-न-कुछ अपने जीवन में जरूर सीखता है, चाहे वह आपसे बड़ा हो या फिर छोटा। सीखने की प्रवृत्ति अपने अंदर जरूर रखें। जरा सोचिए कि आप क्या सीखना चाहते थे जिसके बारे में आप हमेशा सोचते थे और समय की कमी के कारण उसे नहीं कर पाए। अगर आपके मन में भी कुछ सीखने की इच्छा है तो यह समय आपके लिए, क्योंकि सीखने पर कोई रोक नहीं है।
पढ़ने पर नहीं है रोक
कहते हैं कि किताबें व्यक्ति की सबसे अच्छी मित्र होती हैं इसलिए किताबों से दोस्ती कीजिए। इस समय का सही उपयोग करते हुए अपने व्यक्तित्व में निखार लाएं और खुद को आगे बढ़ाएं।
रिश्तों को करें मजबूत
रिश्तों को मजबूत कीजिए। रिश्तों में नहीं है रोक। अगर रिश्तों में दूरियां आ गई हैं तो इस समय का उपयोग करते हुए अपने रिश्तों को बेहतर करें और अपनों के और करीब आएं, क्योंकि अपनों का साथ हर मुश्किल से लड़ने में सबसे ज्यादा जरूरी होता है इसलिए हर गिले-शिकवे को मिटाएं और एक-दूसरे के करीब आएं।
मेडिटेशन (meditation) पर नहीं है रोक
इस समय आपको मन-मस्तिष्क को शांत रखने की बेहद जरूरत है। इसके लिए आप मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें, क्योंकि मेडिटेशन पर नहीं है रोक।
काम
लॉकडाउन सभी चीजों पर नहीं लगा है तो इस बात से परेशान होना छोड़ दीजिए। आज हम में से ऐसे कई लोग हैं, जो अपने घर में रहकर भी काम कर रहे हैं। 'वर्क फ्रॉम होम' हैं। वे भी अपनी दिनचर्या को इसी के अनुरूप ढाल रहे हैं।