ट्रेन टिकट घोटाले का खुलासा : फर्जी नामों पर बुक करते थे e-ticket, रेलवे ने किए ब्लॉक
अहमदाबाद। पश्चिम रेलवे की सतर्कता दल ने फर्जी नामों पर बुक किए गए टिकटों का खुलासा किया है। त्योहारी सीजन में एक ही नाम पर अलग अलग तारीखों में टिकट बुक होने पर कई टिकटों को ब्लॉक कर दिया गया है। माना जा रहा है कि ये टिकटें संदिग्ध सॉफ्टवेयर के माध्यम से अनधिकृत टिकट एजेंटों द्वारा बुक किए गए हैं।
पश्चिम रेलवे मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि PRS प्रणाली में संदिग्ध बुकिंग ट्रान्जेक्शन के आधार पर पश्चिम रेलवे की सतर्कता टीम ने दीपावली छुट्टी के दौरान अलग-अलग तारीख को एक ही यात्री के नाम पर ट्रेन सं.22956 भुज-बांद्रा टर्मिनस कच्छ एक्सप्रेस में बुक किए गए ई-टिकटों का पता लगाया।
मुख्य सतर्कता निरीक्षक हिमांशु कपाडिया, सतर्कता निरीक्षक शेख मोहम्मद जुबेर तथा उपमुख्य यातायात निरीक्षक नीरज मेहता और साजी फिलिप सहित पूरी टीम द्वारा ट्रेन सं. 22956 भुज-बांद्रा टर्मिनस कच्छ एक्सप्रेस में एक नवंबर से 13 नवंबर में बुक किए इस प्रकार के ई-टिकटों की पूरी तरह से जांच की गई तथा 1692 यात्रियों के 282 संदिग्ध PNR तथा 719100/- रु मूल्य के संबंधित टिकटों को सतर्कता टीम द्वारा पीआरएस प्रणाली में ब्लॉक कर दिया गया।
एक नवंबर से 13 नवंबर तक के लिए ट्रेन सं. 22956 भुज-बांद्रा टर्मिनस कच्छ एक्सप्रेस ई-टिकट धारक यात्रियों के पश्चिम रेलवे द्वारा अनुरोध किया गया है कि वे अपने टिकट स्टेटस की जांच करें तथा ब्लॉक पाए जाने पर गांधीधाम, अहमदाबाद तथा मुंबई सेंट्रल स्टेशन के मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक से संपर्क करें तथा अपना पहचान पत्र प्रस्तुत करें।
पी आर एस कार्यालय गांधीधाम, अहमदाबाद और मुंबई सेंट्रल को प्रस्तुत किए गए पहचान पत्र की झेरॉक्स प्रति का सत्यापन किया जाएगा तथा उसके बाद वैध यात्रियों की टिकटें अनब्लॉक करके रिलिज की जाएगी।